कश्मीर पहुंचे राजनाथ, पुलवामा में झड़प में युवक की मौत, 40 घायल
अपने दो दिन की यात्रा के दौरान गृहमंत्री राज्य में हालात को स्थिर बनाने के लिए कोई ठोस कदम उठा सकते हैं
श्रीनगर। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस महीने की अपनी दूसरी कश्मीर यात्रा के दौरान श्रीनगर पहुंच गए हैं। राजनाथ सिंह कश्मीर की हालातों पर चर्चा करेंगे। अपने दो दिन की यात्रा के दौरान गृहमंत्री राज्य में हालात को स्थिर बनाने के लिए कोई ठोस कदम उठा सकते हैं। एक तरफ हालात को बेहतर बनाने के लिए गृहमंत्री दौरा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ आज पुलवामा में फिर झड़प हुई है जिसमें एक की मौत और 40 लोग घायल हुए हैं। अलगाववाद समर्थक रैली के दौरान यह झड़प हुई।
इस यात्रा के दौरान वह वहां की स्थिति की समीक्षा करेंगे। उनके साथ गृह सचिव भी हैं। राजनाथ सिंह कश्मीर में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ बातचीत भी कर सकते हैं। इससे पहले गृह मंत्री ने कहा था कि राज्य में हालात सुधरने के बाद सरकार किसी से भी बात करने को तैयार है। जम्मू-कश्मीर में हिंसा की अलग-अलग वारदातों में दो पुलिसकर्मियों समेत 66 लोगों की मौत हो चुकी है और हज़ारों लोग घायल हुए हैं।
इस बीच गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा बीएसएफ के जम्मू-कश्मीर में रहने से हालात को ठीक करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश के खिलाफ काम करने वालों पर लगाम के लिए बीएसएफ की तैनाती जरूरी है।
मोदी ने की थी सभी दलों से मिलकर काम करने की अपील
आपको बता दें कि मोदी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर से आए विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत में कश्मीर समस्या का संविधान के दायरे में वार्ता के जरिए स्थायी समाधान खोजने पर बल दिया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इसके लिए मिलकर काम करने की अपील की। वहां के नेताओं ने प्रधानमंत्री से समस्या का राजनीतिक समाधान निकालने का अनुरोध किया था। संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिन मोदी की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक भी आयोजित की गई थी जिसमें सभी दलों ने घाटी में स्थिति सामान्य बनाने के सरकार के प्रयासों में सहयोग देने की बात कही थी और वहां सभी पक्षों के साथ बातचीत करने पर बल दिया था।
जम्मू के विपक्षी नेताओं ने की थी राष्ट्रपति से मुलाकात
जम्मू-कश्मीर के विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मुलाकात की थी और अनुरोध किया था कि वह केन्द्र सरकार को वहां सभी पक्षों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए कहें। उनका कहना था कि कश्मीर की समस्या का राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए क्योंकि यह प्रशासनिक समस्या नहीं है। इस बीच घाटी में 11 वर्षों के बाद सीमा सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई है। बल के लगभग 2000 जवानों को श्रीनगर में तैनात करने के लिए सोमवार को राज्य में भेजा गया था।
बेरोजगारी है कारण
गौरतलब है कि आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी में तनाव है। केंद्र का मानना है कि इसकी एक अहम वजह इन नौजवानों की बेरोजगारी है। इसलिए अब केंद्र सरकार ऐसी कुछ योजनाएं शुरू करना चाहती है जिनसे इन बेरोजगार हाथों को काम मिले। सूत्रों के अनुसार राज्य पुलिस पांच इंडियन रिजर्व बटालियन बनाने वाली है। इसके अलावा अर्धसैनिक बलों में भी भर्ती शुरू होगी। साथ ही इन नौजवानों को एसपीओ बनाने की भी तैयारी है।
Home / Miscellenous India / कश्मीर पहुंचे राजनाथ, पुलवामा में झड़प में युवक की मौत, 40 घायल