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असम: अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए एनसीआर तैयार,आपत्ति दर्ज कराने का मिलेगा मौका- राजनाथ सिंह

locationनई दिल्लीPublished: Jul 22, 2018 10:29:59 pm

Submitted by:

Prashant Jha

असम में अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए एनसीआर तैयार किया जा रहा है।

rajnath singh

असम: अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए एनसीआर तैयार,आपत्ति दर्ज कराने का मिलेगा मौका- राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: असम के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स-एनसीआर) प्रकाशित होने की आखिरी तिथि 30 जुलाई है। इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि यह महज एक मसौदा है और लोगों को इसमें आपत्ति दर्ज कराने के लिए पर्याप्त अवसर दिया जाएगा। राजनाथ ने कहा कि 15 अगस्त 1985 को असम समझौते पर किए गए हस्ताक्षर के अनुसार, एनसीआर को अपडेट किया जा रहा है और पूरी प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार चल रही है। उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत लगातार इस प्रक्रिया की निगरानी कर रही है।

अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए डाटा तैयार

असम में अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए एनसीआर तैयार किया जा रहा है। सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य में बाढ़ की स्थिति के कारण दो जुलाई को इसके प्रकाशन की अंतिम तिथि 30 जून से एक महीने के लिए बढ़ा दी थी। सरकार और राज्य के समन्वयक ने एनसीआर मसौदे के प्रकाशन के लिए 30 जुलाई की अंतिम तिथि का अनुपालन करने की सहमति जताई है। गृहमंत्री ने कहा, “मैं यह भरोसा दिलाता हूं कि एनसीआर की कवायद पूरी निष्पक्षता, सतर्कता और पारदर्शी तरीके से हो रही है और यह कार्य इसी प्रकार जारी रहेगा। हर चरण में सभी संबद्ध लोगों को अपनी बात कहने का पर्याप्त अवसर दिया जाएगा।” इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है। सभी को अपनी आपत्ति दर्ज कराने का पूरा मौका मिलेगा।

1 करोड़ लोग हैं वैध

गौरतलब है कि असम में रहने वाले लोगों की नागरिकता की सत्यता की जांच हाल ही में शुरू की गई है। यह प्रक्रिया काफी वक्त से अधर में लटकी थी । अब इसकी पहली लिस्ट सामने आ गई। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स यानि एनआरसी ने वैध भारतीय नागरिकों का जो पहला ड्राफ्ट जारी किया उसमें अब तक सिर्फ 1.9 करोड़ लोगों को वैध भारतीय नागरिक माना गया। बड़ी संख्या में बांग्लादेश घुसपैठी यहां रह रहे हैं।

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