Panchkula mein adequate force ready hai, aaj raat ko khaali karwayenge: Haryana DGP BS Sandhu #RamRahimVerdict
— ANI (@ANI) August 24, 2017
फैसला आने से पहले पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार, पुलिस व केंद्र सरकार फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा कि हालात काबू करने में हरियाणा पुलिस फेल साबित हो रही है तो क्यों न हरियाणा के डीजीपी को डिसमिस कर दिया जाए।
Haryana: Internet services suspended in #Sirsa #RamRahimVerdict
— ANI (@ANI) August 24, 2017
28 ट्रेन रद्द
वहीं हालात को बिगड़ते देख ट्रेनें और बसें भी रोक दी गई हैं। रेलवे ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ जाने वाली 28 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। सरकारी इमारतें बनेंगी जेल
स्टेडियम के अलावा कई सरकारी इमारतों को जेल के रूप में परिवर्तित करने के लिए चिह्नित किया गया है। फैसला सुनाने वाले जजों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही हरियाणा में पुलिस जवानों के साथ साथ अर्धसैनिक बलों की 53 कंपनियां। पंजाब में 75 कंपनियां और चंडीगढ़ की सुरक्षा के लिए 5000 जवान तैनात किए गए हैं।
पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन के बीच पंजाब राजभवन में बैठक हुई है। दोनों राज्यों का जॉइंट कंटोल रूम बनाया गया है। 28 अर्ध सैनिक बलों की कंपनियां हरियाणा को और मिली हैं।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामविलास शर्मा ने कहा है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के अनुयायियों पर धारा 144 लागू नहीं की गई है। जिसके चलते राज्य के गृह सचिव को बयान देना पड़ा कि धारा 144 हथियार लेकर जाने वालों पर लागू की गई है।
हरियाणा में धारा 144 लागू, धारदार हथियार जमा कर रहे हैं डेरा के समर्थक
शुक्रवार को आने वाले फैसले के मद्देनजर पूरे हरियाणा में धारा 144 लागू कर दी है और प्रदेश की सीमाओं को सील कर दिया है। सरकार ने डेरा प्रेमियों के चर्चा घरों में लाठी, डंडों और दूसरे हथियारों को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। उधर पंजाब के डीजीपी ने प्रदेश के सभी डीआईजी, आईजी और एसएसपी को अलर्ट जारी कर बताया है कि डेरा से जुड़े लोग पेट्रोल, डीजल, पत्थर और धारदार हथियार जमा कर रहे हैं। दोनों प्रदेशों को लगभग छावनी में तब्दील किया जा रहा है।
डेरा सच्चा सौदा की एक पूर्व महिला अनुयायी ने गुरमीत राम रहीम पर डेरा परिसर में बलात्कार करने का आरोप लगाया था। डेरा सच्चा सौदा हरियाणा के सिरसा के पास स्थित है। 1999 में अपराध किए जाने का आरोप है लेकिन प्राथमिकी 2002 में दर्ज की गई है। मामले में डेरा प्रमुख के खिलाफ सीबीआई ने जांच की थी। डेरा प्रबंधन अपने प्रमुख के खिलाफ सभी आरोपों को गलत बताता रहा है। गौरतलब है कि हरियाणा और पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में डेरा प्रमुख के अनुयायियों की बड़ी संख्या है।