जसमीत इंसा और विपासना के इन बयानों के बाद अब यह साफ हो गया है कि फिलहाल उत्तराधिकार को लेकर चल रही टकराहट थम गई है। इससे पहले गुरुवार को डेरा सच्चा सौदा में गतिविधियां तेज रहीं। विपासना ने गुरमीत राम रहीम के डेरा प्रमुख बने रहने का बयान जारी किया।
तो वहीं हाईकोर्ट की ओर से डेरा की तलाशी के लिए नियुक्त किए गए कमिश्नर ने डेरा प्रबन्धकों और अधिकारियों के साथ बैठक की। समझा जा रहा है कि हाईकोर्ट कमिश्नर डेरा की फिर तलाशी ले सकते हैं। विपासना ने यह भी कहा कि वे स्वास्थ्य खराब होने के कारण हरियाणा पुलिस की एसआईटी के सामने उपस्थित नहीं हो पाई।
डेरा के करीबी लोगों का कहना है कि गुरमीत राम रहीम सिंह को डेरा प्रमुख बनाए रखने के फैसले का सीधा मतलब है कि डेरा पर हनीप्रीत का नियंत्रण बना रहेगा। गुरमीत राम रहीम डेरा का संचालन हनीप्रीत के जरिए ही करना चाहेगा। सूत्र बताते हैं कि डेरा सें जुडे करीब छह लोग ऐसे हैं, जो डेरा के जरिए ही अपनी आजीविका चलाते हैं। उन्हें डेरा के व्यवसायों के जरिए पचास हजार से दो लाख रूपए प्रतिमाह तक की आय होती है। ये लोग गुरमीत राम रहीम और हनीप्रीत के पक्ष में हैं।
बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा राम रहीम गौरतलब है कि पंचकूला की स्पेशल सीबीआई अदालत ने राम रहीम को दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने राम रहीम पर 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। पीड़ित साध्वियों ने हाईकोर्ट में अपील दायर कर राम रहीम की सजा को उम्र कैद में बदलने की मांग की है।