Red fort हमला: दोषी की पत्नी ने कहा- अब मेरे पति को होगी फांसी
Published: Aug 17, 2015 11:38:00 am
याकूब मेमन को फांसी दिए जाने बाद अब लाल किले पर हमले के दोषी करार आरिफ को फांसी दी जा सकती है
नई दिल्ली। याकूब मेमन को फांसी दिए जाने बाद अब लाल किले पर हमले के दोषी करार आरिफ को फांसी दी जा सकती है। ऐसे में आरिफ की पत्नी को उसकी चिंता अभी से सताने लगी है। उसकी पत्नी रहमाना का कहना है कि अब कोई चमत्कार ही उसके पति को फांसी से बचा सकता है। गौरतलब है कि लाल किले पर 25 दिसंबर, 2000 में हमला हुआ था। इस हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे। आरिफ 15 साल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। आरिफ पाकिस्तानी नागरिक है और उसने शादी के वक्त पत्नी को अपनी सही पहचान नहीं बताई थी।
रहमाना ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, ‘अगर याकूब को फांसी ना दी जाती और वो बच जाता तो मैं कुछ उम्मीद कर सकती थी कि शायद आरिफ को भी फांसी नहीं दी जाएगी, लेकिन याकूब को फांसी दिए जाने के बाद मेरी ये उम्मीद भी खत्म हो गई है।Ó रहमाना ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने आरिफ की फांसी को बरकरार रखा था और उसकी समीक्षा याचिका को भी अगस्त 2012 में खारिज कर दिया था। इसके अलावा आरिफ की क्यूरेटिव पिटीशन भी खारिज की जा चुकी है। हालांकि दया याचिका पर भी फैसला लेना बाकी है।
आरिफ की पत्नी का कहना है कि उसका पति बेकसूर है। रहमाना ने दावा किया है कि लाल किले पर हुए हमले में आरिफ की कोई भूमिका नहीं है। रहमाना के मुताबिक, जिस दिन आरिफ को गिरफ्तार किया गया, उस दिन वह मेरे साथ मेरी बहन के घर था। घर पर कुछ लोग आए और वो मुझे और आरिफ को ले गए। इसके बाद हमें बताया गया कि, हमले के बाद लाल किले से एक पर्ची मिली थी और उस पर्ची पर जो नंबर था वो आरिफ का था।