गणतंत्र दिवस परेड के दौरान असम राइफल्स की केवल महिला सैनिकों वाली टुकड़ी ने राजपथ पर मार्च कर अपना शौर्य दिखाया। इसके अलावा नौसेना, इंडिया आर्मी सर्विस कॉर्प्स और कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स की टुकड़ी का नेतृत्व भी महिला अधिकारी ने किया।
परेड के दौरान पहली बार महिलाओं द्वारा इतने बड़े स्तर पर निभाई गई भूमिका के साथ ही यह पहला ऐसा मौका बन गया जब आधी आबादी ने इतने बड़े स्तर पर हिस्सा लिया। जबकि असम राइफल्स की टुकड़ी ने पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेकर इतिहास भी बना दिया।
असम राइफल्स की टुकड़ी का नेतृत्व मेजर खुशबू कंवर ने किया। 30 वर्षीय खुशबू एक बच्चे की मां भी हैं। असम राइफल्स देश की सबसे पुरानी पैरामिलिट्री है। वहीं, कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स की कैप्टन शिखा सुरभि ने डेयरडविल्स के अपने पुरुष साथियों के साथ मोटरसाइकिल स्टंट दिखाए। शनिवार को हुई परेड के दौरान बाइक स्टंट एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा। शिखा ने बाइक पर खड़े होकर सलामी दी।
जबकि लेफ्टिनेंट अंबिका सुधाकरन ने 144 नौसैनिकों की टुकड़ी का नेतृत्व किया। पहली बार इंडिया आर्मी सर्विस कॉर्प्स की एक टुकड़ी का नेतृत्व एक महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी ने किया और कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स के दल में सबसे आगे सलामी देने का जिम्मा कैप्टन भावना स्याल के कंधों पर आया।
बता दें कि शनिवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद परेड का शुभारंभ हुआ। 70वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।