दफ्तर पहुंचने के बाद ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ शुरू कर दी है। आपको बता दें कि ईडी की ओर से रॉबर्ट वाड्रा की अंतरिम जमानत रद्द करने संबंधी याचिका भी कोर्ट में लगाई गई है, जिस पर सुनवाई चल रही है। इस बीच ईडी ने दोबारा रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ का मन बनाया है और इस संबंध में कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए उन्हें तलब किया गया।
ईडी ने ये दी थी दलील
ईडी ने कोर्ट में दलील दी थी कि रॉबर्ट वाड्रा केस को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में उनकी अंतरिम जमानत रद्द की जाए। निचली अदालत ने रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी को 1 अप्रैल को अंतरिम जमानत दे दी थी। ईडी की ओर से लगाई गई याचिका मामले में सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा से जवाब मांगा है। अदालत ने इसी मामले में वाड्रा के करीबी सहयोगी मनोज अरोड़ा से भी जवाब मांगा है. ईडी ने उनकी अग्रिम जमानत भी रद्द करने का आग्रह किया है।
ईडी ने कोर्ट में दलील दी थी कि रॉबर्ट वाड्रा केस को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में उनकी अंतरिम जमानत रद्द की जाए। निचली अदालत ने रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी को 1 अप्रैल को अंतरिम जमानत दे दी थी। ईडी की ओर से लगाई गई याचिका मामले में सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा से जवाब मांगा है। अदालत ने इसी मामले में वाड्रा के करीबी सहयोगी मनोज अरोड़ा से भी जवाब मांगा है. ईडी ने उनकी अग्रिम जमानत भी रद्द करने का आग्रह किया है।
जांच में सहयोग नहीं दे रहे वाड्रा
यही नहीं ईडी की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि रॉबर्ट वाड्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। यही नहीं वाड्रा को अंतरिम जमानत देने से पहले निचली अदालत ने भी गंभीरता से विचार नहीं किया है। ऐसे में दोबारा पूछताछ के लिए उनकी अंतरिम जमानत रद्द की जाए।
यही नहीं ईडी की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि रॉबर्ट वाड्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। यही नहीं वाड्रा को अंतरिम जमानत देने से पहले निचली अदालत ने भी गंभीरता से विचार नहीं किया है। ऐसे में दोबारा पूछताछ के लिए उनकी अंतरिम जमानत रद्द की जाए।
फरवरी में लगातार तीन दिन हुई थी पूछताछ
वाड्रा से इसी साल फरवरी महीने में लगातार तीन दिन तक ईडी ने पूछताछ की थी। इस दौरान रॉबर्ट वाड्रा ईडी दफ्तर तक छोड़ने के लिए खुद प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहुंचीं थी। दरअसल दुबई के जुमेराह विला और लंदन के फ्लैट को खरीदने के लिए हुई कथित बेनामी लेन-देन के विवरण उनसे पूछताछ की गई थी। जब उनसे पूछा गया था कि वह स्काईलाइट इनवेस्टमेंट एफजेडई कंपनी में जमा इतनी बड़ी रकम के स्रोत के बारे में बताए तो उन्होंने इसका जवाब देने से मना कर दिया था।
वाड्रा से इसी साल फरवरी महीने में लगातार तीन दिन तक ईडी ने पूछताछ की थी। इस दौरान रॉबर्ट वाड्रा ईडी दफ्तर तक छोड़ने के लिए खुद प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहुंचीं थी। दरअसल दुबई के जुमेराह विला और लंदन के फ्लैट को खरीदने के लिए हुई कथित बेनामी लेन-देन के विवरण उनसे पूछताछ की गई थी। जब उनसे पूछा गया था कि वह स्काईलाइट इनवेस्टमेंट एफजेडई कंपनी में जमा इतनी बड़ी रकम के स्रोत के बारे में बताए तो उन्होंने इसका जवाब देने से मना कर दिया था।