सुशील वही लड़का है, जिससे मारपीट के आरोप में रोहित और उसके साथियों को सस्पेंड किया गया था
हैदराबाद। दलित स्टूडेंट रोहित वेमुला सुसाइड केस में एबीवीपी लीडर सुशील कुमार ने गुरुवार को नया खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि रोहित और उसके दोस्त याकूब मेमन के लिए नमाज पढ़ते थे। फांसी के खिलाफ अपनी बात रखना गलत नहीं है। उनका ‘हर घर में याकूब होगा’ जैसी बातें करना काफी परेशान कर देने वाला था। सुशील वही लड़का है, जिससे मारपीट के आरोप में रोहित और उसके साथियों को सस्पेंड किया गया था।
सुशील ने बताया कि रोहित ऐसा लड़का नहीं था जो इतनी आसानी से सुसाइड का रास्ता अपना ले। हम सब नहीं समझ पा रहे हैं कि वह किस बात से डिप्रेशन में चला गया। सुशिल ने कहा कि इस घटना कि सख्त जांच होनी चाहिए। इस सवाल का जवाब चाहिए कि उसने सुसाइड क्यों की। सुशिल का कहना था कि जब वह डिप्रेशन में था तब उसके दोस्त क्या कर रहे थे? रोहित की खबर सुनकर मैं डिप्रेशन में चला गया था। उसके लेटर को 200 बार पढ़िए, उसने सुसाइड नोट में किसी का नाम नहीं लिया। लोग कह रह हैं कि मैं झूठा हूं और मैं ऑपरेशन के बारे में झूठ बोल रहा हूं। मैं महसूस कर रहा हूं कि मुझे एक स्टूडेंट के रूप में ट्रीट नहीं किया गया।
क्या आरोप हैं सुशील पर?
अगस्त में सुशील ने रोहित और उनके चार दोस्तों के खिलाफ पुलिस में यह कहकर शिकायत दर्ज की थी कि उन पर इन छात्रों के द्वारा हमला किया गया है और उन्हें पेट में लात भी मारी गई है। सुशील की इस शिकायत को रोहित के सुसाइड के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों द्वारा कई बार सामने लाया गया है। कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय का यूनिवर्सिटी पर दबाव बनाया जाना भी कहीं न कहीं रोहित की मौत का कारण है।