एसजेएम के अखिल भारतीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा कि चीनी आयात को हतोत्साहित करने के लिए हमें और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। एक शोध में खुलासा हुआ है कि चीन से आयातित वस्तुओं पर लगाया जाने वाला औसत टैरिफ बहुत कम है। सरकार को चीनी आयातों को हतोत्साहित करने के लिए सभी चीनी आयातों पर टैरिफ को बढ़ाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
स्वदेशी जागरण मंच के अश्विनी महाजन ने कहा है कि भारत चीन से 76 अरब डॉलर (5.27 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का आयात करता है। चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है। पीएम मोदी को लिखे पत्र में अश्विनी महाजन ने मंच की ओर से कराए गए सर्वेक्षण का भी हवाला दिया है। उन्होंने लिखा है कि स्वदेशी जागरण मंच द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में चीनी वस्तुओं पर मौजूदा टैरिफ बेहद कम होने की बात सामने आई है। शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन से किए जाने वाले आयात को कम करने के लिए भारत सरकार को टैरिफ रेट बढ़ाने की जरूरत है।
बता दें कि चीन पहले से ही आर्थिक तनाव में है। अमरीका ने चीन के एकपक्षीय कारोबारी नीतियों का विरोध करते हुए पिछले कुछ महीनों के दौरान चीनी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाया है। भारत सरकार भी चीन द्वारा आतंकवादियों को बचाने की अनुचित कार्रवाई और व्यापार असंतुलन को कम करने के लिए ये कदम उठाना चाहिए। अगर भारत ये कार्रवाई करता है तो आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में हमें दूसरों देशों को सहयोग और ज्यादा मिल सकता है।