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कभी मनमोहन सिंह की पसंद थे एस जयशंकर, अब पीएम मोदी ने दी अहम जिम्मेदारी मोदी सरकार ने नए कार्यकाल में बड़ा उलटफेर करते हुए 1977 बैच के IFS अधिकारी एस जयशंकर को इस बार विदेश मंत्री बनाया है। मंत्री बनने के बाद जयशंकर ने बीजेपी ( BJP ) की सदस्यता ग्रहण की और गुजरात (
Gujarat ) से राज्यसभा चुनाव लड़ा।
गृह मंत्री
अमित शाह (
Amit Shah ) और केन्द्रीय मंत्री
स्मृति ईरानी (
Smriti Irani ) के लोकसभा चुनाव जीतने पर गुजरात से दो राज्यसभा की सीटें खाली हुई थीं।
एस जयशंकर ने इससे पहले विदेश मंत्रालय में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं। उन्होंने अमरीका और चीन जैसे महत्वपूर्ण देशों में भारतीय राजदूत के रूप में महत्वपूर्ण समय में सेवाएं दी हैं।
जयशंकर जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक विदेश सचिव रहे और मोदी के पहले कार्यकाल में विदेश नीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें प्रमुख देशों, विशेष रूप से अमेरिका और अरब देशों के साथ भारत के संबंधों में महत्वपूर्ण विकास और विस्तार हुआ।
विदेश मंत्री एस जयशंकर पीएम मोदी के बेहद करीबी मानें जाते हैं। पीएम मोदी की जयशंकर से पहली मुलाकात चीन में हुई थी, उस वक्त वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे। पढ़ें-
जानिए कौन हैं पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर, मोदी कैबिनेट में मिली जगह अभी हाल ही में जयशंकर ने सभी देशों के उच्चयुक्तों को डिनर पार्टी दी थी। इस डिनर पार्टी में पाकिस्तान को भी न्यौता दिया गया था, जिसके कारण इस पार्टी की जमकर चर्चा हुई थी।