आपको बता दें कि राजीवारू ने गुरुवार को इन खबरों को खारिज कर दिया कि पूजा अर्चना के लिए एक विशेष आयु वर्ग की महिलाओं के भगवान अयप्पा मंदिर में प्रवेश करने पर इस मंदिर को तंत्री परिवार द्वारा बंद कर देने की योजना है। राजीवारू ने सोशल मीडिया पर इस बारे में कुछ खबरों व्यापक रूप से साझा किए जाने के बाद मंदिर परिसर, सन्निधानम में यह कहा. हालांकि, मुख्य पुजारी ने 10 से 50 आयुवर्ग की महिलाओं से सन्निधानम नहीं आने और समस्या नहीं पैदा करने की अपील की।
10 से 50 वर्ष की महिलाओं के प्रवेश को लेकर दशहरे के दिन भी स्थिति ठीक नहीं है। यहां
पुलिस प्रशासन की कड़ी चौकसी के बीच महिलाओं को हेलमेट और वर्दी पहनाकर दर्शन करवाने ले जाया गया। सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता मंदिर परिसन में लगना शुरू हो गया था। लगातार तीसरे दिन सबरीमला मंदिर के बाहर प्रदर्शन जारी है। मंदिर में जा रही दो महिलाओं के खिलाफ भी प्रदर्शन शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि इनमें महिला पत्रकार भी शामिल है, हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इसी बीच खबर आई कि जिन महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश किया उनके घर पर मारपीट की गई। यही नहीं प्रवेश के दौरान भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। उधर पुलिस के हटने के बाद मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया गया है। आपको बता दें कि पुलिस प्रशासन के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद महिलाओं का प्रवेश करवाना चुनौती बना हुआ है।
तीसरे दिन भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के चलते श्रद्धालुओं को हेलमेट पहनाकर मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए आगे बढ़ाया। सुबह करीब 8 बजे के आस-पास दो महिलाओं ने आधी यात्रा पूरी कर ली थी। हालांकि बाहर उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी हुआ। 50 वर्ष से कम उम्र की दो महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश के लिए तड़के ही कदम बढ़ा दिए थे।