एयरपोर्ट और मंदिर के बाहर खड़े प्रदशर्नकारियों ने रातभर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मंदिर में जाना महिलाओं का अधिकार है और उन्हें कोई नहीं रोक सकता है। आपको बता दें कि सुरक्षा के लिहाज से सूबे में 21 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
उधर..एयरपोर्ट पहुंचते ही तृप्ति देसाई ने बयान दिया है कि भगवान अयप्पा का दर्शन करना उनका संवैधानिक और कानूनी अधिकार है। मंदिर में जाने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता। तृप्ति देसाई ने प्रदर्शनकारियों से भी किसी भी तरह की अशांति न फैलाने की अपील करते हुए कहा है कि हम हर हालत में मंदिर में प्रवेश करेंगे। हालांकि तृप्ति ने एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नाखुशी जाहिर की। तृप्ति ने कहा कि मुझ पर कभी भी हमला हो सकता है मुझे कई बार कई जगहों से धमकियां मिल चुकी हैं।
आपको बता दें कि सबरीमाला में भगवान अयप्पा का मंदिर शुक्रवार से दो महीने के लिए खुलेगा. सबरीमला मंदिर में 10-50 आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ पिछले महीने हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पंबा, नीलक्कल और इलुवांगल में चार या इससे अधिक लोगों के जुटने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश देते हुए महिलाओं के लिए सबरीमला के दरवाजे खुलवा दिए थे, जिसके बाद से पक्ष और विपक्ष में लोग खुलकर खड़े हो गए हैं।