ये शक्स है मंडी जिला के सुंदरनगर उपमंडल के कनैड गांव निवासी सरदार अमरजीत सिंह। इन्होंने अपनी सबसे अहम चीज पगड़ी जिसे सिखों के सिर का ताज है और पंजाबियों की शान माना जाता है। इस शान को उस समय और चार चांद लग गए, जब पंजाब के पुत्तर सिख अमरजीत ने इस महामारी से बचने के लिए मास्क बनाने में प्रयोग किया।
11 नई पगडि़यों की कुर्बानी दी अमरजीत ने कोरोना काल में एक या दो नहीं बल्कि अपनी 11 नई पगड़ियों की कुर्बानी दे दी और वो भी इसलिए ताकि जरूरतमंदों को मास्क मुहैया हो सके। मंडी जिला के सुंदरनगर उपमंडल के कनैड गांव निवासी सरदार अमरजीत सिंह ने जरूरतमंदों को मास्क मुहैया करवाने के लिए अपनी 11 पगडि़यों की कुर्बानी दे दी।
सेवा देने के लिए तत्काल रहते हैं तैयार सरदार अमरजीत सिंह अमरजीत सिंह मंडी जिला रैडक्रास सोसायटी के सर्व वॉलंटियर हैं और जब भी प्रशासन को इनकी जरूरत होती है यह उसी वक्त हाजिर होकर अपनी सेवाएं देने लग जाते हैं।
एक हजार से अधिक मास्क बनाए जब कोरोना वायरस का कोहराम मचा और देश को लॉकडाउन किया गया तो उस वक्त मास्क और सेनेटाइजर की बहुत ज्यादा कमी खली। दुकानें बंद थी, कपड़ा उपलब्ध न होने के कारण मास्क बनाना भी मुश्किल था। ऐसे में अमरजीत सिंह ने अपनी 11 नई पगडि़यों को कटवाकर उनके एक हजार से अधिक मास्क बनाकर जरूरतमंदों को बांटे।
इसी तरह जारी रहेगा अभियान अमरजीत सिंह बताते हैं कि उन्होंने यह मास्क गरीबों, अपंगों और प्रवासी लोगों को बांटे जो मास्क नहीं खरीद सकते थे। अमरजीत का मास्क बनवाकर लोगों को बांटने का कार्य आज भी जारी है। अब अमरजीत दुकानों से कपड़ा खरीदकर मास्क बनवाकर लोगों में बांट रहे हैं। अमरजीत का कहना है कि जब तक कोरोना का खात्मा नहीं हो जाता, तब तक इनका यह अभियान इसी तरह से जारी रहेगा।
कुसुम ने निभाई अहम भूमिका अमरजीत सिंह के मास्क अभियान को पूरा किया सर्व की ही एक और वॉलंटियर कुसुम ने। कुसुम भी इसी गांव की रहने वाली है। अमरजीत सिंह की 11 पगडि़यों को काटकर रातों रात उनके मास्क बनाकर लोगों को मुहैया करवाने में कुसुम ने अपनी अहम भूमिका निभाई। कुसुम बताती हैं कि इस दौर में उन्हें समाज के लिए कुछ करने का मौका मिला, यह उनके लिए गर्व की बात है और आगे भी यह अभियान इसी तरह से जारी रखने की बात भी वह कह रही हैं।