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बता दें कि जस्टिस लोकुर 30 दिसंबर को सेवानिवृत्त हुए हैं। लोकुर ने बताया कि वह पाकिस्तान के नवनियुक्त चीफ जस्टिस के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने जा रहे हैं। वह सईद खान को पिछले एक दशक से जानते हैं। उस समय वह लाहौर उच्च न्यायालय में जज थे। उन्होंने बताया कि खोसा एक बहुत ही विद्वान, मुखर और अच्छे इंसान हैं।
न्याय की कोई सीमाएं नहीं होती
वहीं, जब जस्टिस लोकुर से पूछा गया है कि ऐसे दौर में उनका पाकिस्तान जाना क्या ठीक रहेगा जब दोनों पड़ोसी देशों के बीच की कुछ यात्राएं काफी विवादित रही हैं। इसके जवाब में पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि न्याय की कोई सीमाएं नहीं होती और ना ही न्याय कोई सीमाएं जानता है। आपको बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है कि लोकुर पाकिस्तान में किसी शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे हो। इससे पहले वह पाकिस्तान के पूर्व जस्टिस तसद्दुक हुसैन जिलानी के शपथ ग्रहण में पांच साल पहले पहुंचे थे।
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कौन हैं पाकिस्तान के नए चीफ जस्टिस
पाकिस्तान के नवनिर्वाचित चीफ जस्टिस खोसा काफी विद्वान और मुखर माने जाते हैं। खोसा उन जजों में भी शामिल हैं जिन्होंने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने बर्खास्त कर दिया था। साथ ही उन्होंने मुशर्रफ को पाकिस्तान के संविधान को नीचा दिखाने की वजह से देशद्रोह के आरोप में ट्रायल का सामना करने का आदेश दिया था।
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