इससे पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध करने वाली याचिका पर उच्चतम न्यायालय ने आज सुनवाई हुई। न्यायमूर्ति एके सीकरी और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की पीठ की अदालत में इस पर बहस हुई। सुनवाई के बाद भाजपा नेता एवं वकील गौरव भाटिया की ओर से दायर याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर अदालत ने दोनों से जवाब मांगा है।
अपनी याचिका में भाटिया ने कहा है कि भाजपा कार्यकर्ता शक्तिपद सरकार, त्रिलोचन महतो और दुलाल कुमार की निर्मम हत्या कर दी गई। इसके बावजूद राज्य पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की। इसके बदले परिवार के सदस्यों को भी कथित रूप से धमकाया गया है। उन्होंने कहा कि मामलों की सीबीआई जांच होनी चाहिए और परिजन को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि मिलनी चाहिए। उन्होंने पीड़ित परिवारों की सुरक्षा की भी मांग की।
भाजपा कार्यकर्ता 18 वर्षीय त्रिलोचन महतो की हत्या के बाद उसकी पीठ पर बांग्ला भाषा में एक मैसेज लिखा गया था। इस मैसेज का मतलब था कि ये 18 साल की उम्र में भाजपा के लिए राजनीति करने का अंजाम यही होता है। नगर निकाय और पंचायतों के चुनाव में मतदान के बाद से ही तुम्हें मारने की कोशिश हो रही थी। आज तुम मर गए। इसी तरह अन्य दो भाजपा कार्यकर्ताओं को भी मौत के घाट उतारा गया था।