हजारों साल पूरानी परंपरा टूटी
बता दें कि केरल में बुधवार देर रात बिंदु और कनकदुर्गा नाम की दो महिलाओं ने सबरीमला मंदिर में प्रवेश कर भगवान अयप्पा का दर्शन किए। दर्शन के साथ ही दोनों महिलाओं ने हजारों साल की परंपरा को भी तोड़ दिया। वहीं, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 50 से कम आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमला मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी थी, लेकिन इसके बावजूद लगभग तीन महीने से अभी अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी मंदिर में महिलाओं की जाने नहीं दिया जा रहा था।
केरल में भूचाल
वहीं, सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश के बाद करेल में भूचाल आ गया है। महिलाओं के प्रवेश के विरोध में कई संगठनों ने आज राज्यव्यापी बंद बुलाया है। इस दौरान हुई हिंसा में एक शख्स की मौत भी हो गई है। विभिन्न हिंदूवादी संगठनों के समूह ‘सबरीमला कर्म समिति’ ने भी बंद बुलाया है। बीजेपी भी बंद का समर्थन कर रही है जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ काला दिवस मना रहा है।