अवमानना केस में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, जब माल्या कोर्ट में मौजूद होंगे तभी सुनवाई चलेगी। इसपर केंद्र सरकार ने अपनी सफाई दी है
नई दिल्ली। भारतीय बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपए लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या अवमानना केस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, जब विजय माल्य कोर्ट में मौजूद होंगे तभी मामले पर सुनवाई चलेगी। इसपर केंद्र की ओर से एजी वेणुगोपाल ने कोर्ट से कहा कि 4 दिसंबर से विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए यूके कोर्ट में सुनवाई शुरु होगी। इसीलिए अब दिसंबर से पहले उसको नहीं लाया जा सकता
अवमाना केस में है दोषी
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी माल्या ने अपनी संपत्ति का पूरा ब्यौरा कोर्ट ने नहीं दिया था। जिसे लेकर 9 मई को कोर्ट ने विजय माल्या को अवमानना का दोषी माना था। साथ ही 10 जुलाई को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। लेकिन गिरफ्तारी की डर से विदेश फरार माल्या पेश नहीं हुआ। इसपर जस्टिस आदर्श गोयल और यूयू ललित की पीठ ने 14 जुलाई की तारीख दी। इसपर कोर्ट ने सॉलिस्टर जनरल रंजीत कुमार से भी राय मांगी थी।
भारत में याद करने जैसा कुछ नहीं- माल्या
बता दें कि इससे पहले एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए माल्या ने कहा था कि, मैं इंडिया को मिस नहीं करता हूं, वहां याद करने जैसा कुछ नहीं है। मेले सभी रिश्तेदार और करीबी या तो इंग्लैंड में हैं या फिर अमेरिका में। कोई भी भारत में नहीं रहता है। यहां तक मेरे सौतेले भाई भी ब्रिटेन में रहते हैं। इसलिए भारत में याद करने जैसा कुछ नहीं है।
भारतीय कोर्ट पर पक्षपात का लगाया आरोप
इसके साथ ही विजय माल्या ने भारतीय अदालतों पर पक्षपात का आरोप भी लगाया। उसने कहा कि मैं खुश हूं कि मेरा केस यूके कोर्ट में चल रहा है। यहां कोई पक्षपात तो नहीं होता है।