कोर्ट ने फांसी को बताया बर्बरता
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हमारे संविधान में फांसी मृत्युदंड का एक बर्बर तरीका है और ये दोषी के जीवन के अधिकार का भी हनन करता है। अदालत ने कहा है कि आज विज्ञान की तरक्की को देखते हुए फांसी की जगह मृत्युदंड के कुछ और तरीके अपनाए जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस में सरकार से उन नए विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हमारे संविधान में फांसी मृत्युदंड का एक बर्बर तरीका है और ये दोषी के जीवन के अधिकार का भी हनन करता है। अदालत ने कहा है कि आज विज्ञान की तरक्की को देखते हुए फांसी की जगह मृत्युदंड के कुछ और तरीके अपनाए जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस में सरकार से उन नए विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा है।
फांसी ‘मौलिक अधिकार’ का है हनन
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार) का जिक्र करते हुए फांसी को इस मौलिक अधिकार का हनन बताया है। याचिका में कहा गया है कि मृत्युदंड के लिए फांसी दिया जाना एक दर्दनीय तरीका है। आपको बता दें कि लंबे समय से भारत समेत कई देशों में मृत्युदंड फांसी के जरिए ही दिया जाता है, अब हिंदुस्तान में इसको बदलने की मांग उठी है। यहां इसका मतलब ये भी नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट फांसी पर भी रोक लगा सकता है, बल्कि कोर्ट ने केंद्र सरकार से इसका विकल्प बताने के लिए कहा है।
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार) का जिक्र करते हुए फांसी को इस मौलिक अधिकार का हनन बताया है। याचिका में कहा गया है कि मृत्युदंड के लिए फांसी दिया जाना एक दर्दनीय तरीका है। आपको बता दें कि लंबे समय से भारत समेत कई देशों में मृत्युदंड फांसी के जरिए ही दिया जाता है, अब हिंदुस्तान में इसको बदलने की मांग उठी है। यहां इसका मतलब ये भी नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट फांसी पर भी रोक लगा सकता है, बल्कि कोर्ट ने केंद्र सरकार से इसका विकल्प बताने के लिए कहा है।
3 जजों की बेंच ने भेजा नोटिस
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एम खानविल्कर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है और 3 हफ्ते में इसका जवाब देने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट में ऋषि मल्होत्रा ने याचिका दायर की है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एम खानविल्कर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है और 3 हफ्ते में इसका जवाब देने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट में ऋषि मल्होत्रा ने याचिका दायर की है।
अमरीका में इंजेक्शन से दी जाती है मौत की सजा
आपको बता दें कि भारत सहित कई देशों में अब भी सबसे पुरानी विधि फंदे पर लटकाकर अपराधियों को मौत की सजा दी जाती है, जबकि अमेरिका जैसे कुछ देशों में इंजेक्शन देकर अपराधियों को मौत की सजा दी जाती है। भारत में फांसी को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है। काफी समय से मानवाधिकार संस्थाएं फांसी पर रोक लगाने की मांग कर रही हैं।
आपको बता दें कि भारत सहित कई देशों में अब भी सबसे पुरानी विधि फंदे पर लटकाकर अपराधियों को मौत की सजा दी जाती है, जबकि अमेरिका जैसे कुछ देशों में इंजेक्शन देकर अपराधियों को मौत की सजा दी जाती है। भारत में फांसी को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है। काफी समय से मानवाधिकार संस्थाएं फांसी पर रोक लगाने की मांग कर रही हैं।