स्वर्ण मंदिर में हथियार और जूता पहनकर घुसे एनएसजी के कमांडो, श्रद्धालुओं ने किया हंगामा
क्या है योजना
वहीं, इस योजना को शुरू होने पर उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि इससे इन समुदायों की बड़ी संख्या में प्रतिभाशाली युवाओं को मदद मिलेगी, क्योंकि वे विदेशी संस्थानों में शिक्षा नहीं ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि नई योजना के तहत, इंजीनियरिंग, बुनियादी विज्ञान, कृषि, चिकित्सा, कानून और अन्य विषयों में स्नातक स्तर के लिए विदेश जाने वाले छात्र छात्रवृत्ति भी प्राप्त करेंगे। बता दें कि इससे पहले स्नातकोत्तर के लिए विदेश जाने वाले लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई थी।
विदेश जाने में उठानी पड़ती है परेशानी
उन्होंने कहा कि जब डॉ बीआर अम्बेडकर विदेश में शिक्षा के लिए जा रहे थे तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था। उन्होंने उधार के पैसे से विदेश में शिक्षा ग्रहण की वहीं, जब भारत लौटे तो उन्हें सारा ऋण चुकाना पड़ा। सामाजिक कल्याण मंत्री प्रियंका खड़गे ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए प्रबुद्ध योजना शुरू की गई है कि प्रतिभाशाली युवाओं को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े।