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कल से इन राज्यों में खुल रहे हैं स्कूल, जान लीजिए नियम और दिशा-निर्देश

locationनई दिल्लीPublished: Sep 20, 2020 03:59:06 pm

कोरोना वायरस महामारी के चलते पिछले पांच माह से बंद चल रहे हैं स्कूल।
केंद्र सरकार ने कक्षा 9 से 12 तक स्कूल खोलने ( schools reopen date ) का फैसला छोड़ा था राज्यों पर।
कई राज्यों ने स्कूलों को खोलने की दी अनुमति और कई ने किया इनकार।

Schools to reopen in these states from tomorrow, important things to know

Schools to reopen in these states from tomorrow, important things to know

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के चलते पांच माह से लंबे वक्त बाद कुछ राज्यों ने कल यानी सोमवार से स्कूलों को आंशिक रूप से फिर से खोलने ( schools reopen date ) की अनुमति दी है। कोरोना वायरस महामारी ने सरकारों को संक्रमण फैलने से रोकने के लिए देश भर के शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के लिए मजबूर किया था। केंद्र सरकार ने अनलॉक प्रक्रिया के चौथे चरण में स्कूलों को आंशिक रूप से फिर से खोलने की अनुमति दी थी और कहा था कि कक्षा 9 और 12 के छात्र स्वैच्छिक आधार पर स्कूल जा सकते हैं।
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सरकार ने यह भी स्पष्ट किया था कि शैक्षणिक संस्थानों के लिए सोमवार से स्कूलों को फिर से शुरू करना अनिवार्य नहीं है। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के बीच स्कूलों को फिर से शुरू करने वाली कक्षाओं पर अंतिम फैसला लेने के लिए राज्यों से कहा था। केंद्र ने कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूलों के आंशिक रूप से फिर से खोलने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है।
वहीं, दिल्ली, गुजरात, केरल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल ने घोषणा की है कि वे सोमवार से कक्षाएं फिर से शुरू नहीं करेंगे। आइए जानते हैं कि सोमवार से स्कूलों को फिर से खोलने पर राज्यों ने क्या फैसला लिया है:
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आंध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए सोमवार से सामान्य कक्षाएं फिर से शुरू करने के लिए तैयार है। अधिकारियों ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कंटेनमेंट जोन से बाहर रहने वाले छात्रों को अपनी शंकाओं को दूर करने और शिक्षकों का मार्गदर्शन लेने के लिए स्वैच्छिक आधार पर अपने स्कूल जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्हें अपने माता-पिता और अभिभावकों की लिखित सहमति अपने स्कूलों में जमा करनी होगी।
असम

असम में भी उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सोमवार से फिर से खुलने के लिए तैयार हैं। वायरस के प्रकोप के खिलाफ सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य एहतियाती उपायों को बनाए रखने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए एसओपी का पालन करना जरूरी होगा। सोमवार से 9 से 12 कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं फिर से शुरू होंगी, जिसके 15 दिनों के लिए बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
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जहां सभी सरकारी स्कूल काम करना शुरू कर देंगे, निजी स्कूलों को स्वयं फैसला लेने के लिए कहा गया है। स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है। माता-पिता और अभिभावकों द्वारा लिखित रूप में सहमति देने के बाद छात्रों को कक्षाओं में जाने की अनुमति दी जाएगी।
बिहार

प्रदेश के प्रमुख सचिव (शिक्षा) संजय कुमार ने स्पष्ट किया है कि एमएचए के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान 30 सितंबर तक बंद रहेंगे। पटना के जिला मजिस्ट्रेट कुमार रवि ने सोमवार से कंटेनमेंट जोन से बाहर स्कूलों को कक्षा 9 से 12वीं तक के उन छात्रों को बुलाने की अनुमति दी है, जो स्वेच्छा से अपने अभिभावकों की लिखित सहमति के साथ शैक्षणिक मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए स्कूलों का दौरा करना चाहते हैं।
दिल्ली

दिल्ली सरकार ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राजधानी के सभी स्कूल 5 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार ने पहले कहा था कि वो वरिष्ठ छात्रों को स्कूलों में आने की अनुमति देगा अगर उन्हें अपने शिक्षकों से किसी भी मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। लेकिन अब सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी छात्र के लिए स्कूलों की कोई आंशिक बहाली नहीं होगी।
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शिक्षा निदेशालय (डीओई) द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, “सभी सरकारी और निजी स्कूल 5 अक्टूबर तक सभी छात्रों के लिए बंद रहेंगे। हालांकि, ऑनलाइन शिक्षण और शिक्षण गतिविधियां हमेशा की तरह जारी रहेंगी।” स्कूल के प्राचार्यों को “ऑनलाइन कक्षाओं या किसी अन्य कार्य के सुचारू संचालन के लिए आवश्यकता के अनुसार कर्मचारी” बुलाने के लिए अधिकृत किया जाता है।
हरियाणा

स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है कि सोमवार से कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूलों के आंशिक रूप से फिर से खोलने के लिए एसओपी का पालन किया जाए। विभाग ने एक पत्र में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि शिक्षकों का कोरोना टेस्ट सुनिश्चित हो और वे अपने फोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें। छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है और छात्र अपने पाठ्यक्रम से संबंधित किसी भी संदेह को दूर करने के लिए स्वैच्छिक आधार पर स्कूल जा सकते हैं।
पत्र में कहा गया है, “छात्रों को स्कूल आने से पहले अपने माता-पिता से लिखित सहमति लेनी होगी। छात्रों को स्कूल में प्रवेश करने से पहले थर्मल स्कैनिंग से गुजरना होगा और फेस मास्क पहनना होगा और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।”
जम्मू और कश्मीर

केंद्र शासित प्रदेश में स्कूल फिर से खुलेंगे, हालांकि छात्रों की उपस्थिति स्वैच्छिक आधार पर होगी। अधिकारियों ने कहा है कि स्कूल कर्मचारियों और छात्रों की 50 फीसदी हाजिरी के साथ फिर से खुलेंगे और छात्रों की उपस्थिति अभिभावकों की लिखित सहमति के अनुसार होगी। अधिकारियों ने यह भी कहा है कि इतने लंबे अंतराल के बाद फिर से खुलने जा रहे स्कूलों को एसओपी का पालन करना जरूरी होगा।
रोजाना प्रतिदिन कक्षा 8 तक 50 फीसदी कर्मचारी ही रिपोर्ट करेंगे और कक्षा 9, 10 11 और 12 के छात्र 50 फीसदी उपस्थिति के साथ स्वैच्छिक आधार पर स्कूल आ सकते हैं। अधिकारियों ने कहा है कि माता-पिता यह तय कर सकते हैं कि क्या वे अपने बच्चों को कक्षाओं में भाग लेने देंगे या नहीं। अधिकारियों ने आगे कहा है कि ऑनलाइन कक्षाएं और डिजिटल शिक्षा गतिविधियां हमेशा की तरह जारी रहेंगी।
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कर्नाटक

राज्य सरकार ने कक्षा 9 से 12 के छात्रों को कोरोना वायरस महामारी के बीच शिक्षकों से मिलने के लिए स्कूलों और प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में जाने से रोक दिया है। सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के बाद छात्रों को पहले शिक्षा विभाग द्वारा अनुमति दी गई थी। हालांकि, राज्य में महामारी जारी है और राज्य सरकार ने महसूस किया कि छात्रों को शिक्षकों से मिलने के लिए कॉलेजों या स्कूलों में बुलाना सुरक्षित नहीं है।
पंजाब

पंजाब सरकार ने 21 सितंबर से प्रायोगिक कार्य की आवश्यकता वाले तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए पीएचडी के छात्रों और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों को खोलने की अनुमति दी है। हालांकि राज्य में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद रहेंगे।
ये दिशा-निर्देश केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा जारी किए गए कोरोना वायरस लॉकडाउन के वर्तमान चरण के निर्देशों के अनुपालन में जारी किए गए थे। आदेशों के अनुसार ऑनलाइन डिस्टेंस लर्निंग को अनुमति दी जाएगी और प्रोत्साहित किया जाएगा, लेकिन छात्रों और नियमित कक्षाओं के लिए स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे।
विशेष मुख्य सचिव (गृह) सतीश चंद्रा ने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि ऑनलाइन शिक्षण/टेलीकाउंसलिंग और इन क्षेत्रों में संबंधित कार्यों के लिए 50 प्रतिशत शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को कंटेनमेंट जोन के बाह स्कूलों में भाग लेने की अनुमति होगी। यह आदेश केवल केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 8 सितंबर को जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार ही लागू होंगे।
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