एक दिन पहले मेडिसिन के लिए पुरस्कार की घोषणा
हर साल दिया जाने वाले नोबेल पुरस्कारों में इस साल की शुरूआत मेडिसिन के वैज्ञानिकों से हुई है। चिकित्सा के क्षेत्र में तीन लोगों को अमेरिकन वैज्ञानिक हार्वे जे ऑल्टर और माइकल हॉफटन व ब्रिटिश वैज्ञानिक चार्ल्स एम राइस को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए मिला है। हेपेटाइटिस सी एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसकी वजह से दुनिया भर में करीब हर साल चार लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं इसके अलावा लोगों को सिरोसिस और लीवर कैंसर जैसी गंभीर का शिकार करना पड़ता है। आज के समय में देखा जाए तो दुनिया भर में हेपेटाइटिस से संक्रमित लोगों की संख्या 7 करोड़ के करीब हैं और इसी बढ़ते वायरस के कारण. इन वैज्ञानिकों ने हेपेटाइटिस सी के वायरस की खोज का और खून का परीक्षण कर जरूरी दवाइयों का निर्माण किया है जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी है।
वैज्ञानिकों का परिचय
इससे पहले सोमवार को मेडिसिन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार हार्वे अल्टर (Harvey Alter), माइकल हॉफटन (Michael Houghton) और चार्ल्स राइस ( Charles Rice) को दिया गया। इन वैज्ञानिकों को हेपटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए दिया गया है। अल्टर और चार्ल्स राइस जहां अमेरिका से हैं वहीं माइकल हॉफटन ब्रिटेन के निवासी हैं।
ट्रंप भी हैं रेस में
नोबेल पुरस्कार की घोषणा होने के बाद अब जल्द ही केमिस्ट्री, साहित्य और शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी। जिसमें इस साल शांति के नोबेल पुरस्कारों की रेस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम भी शामिल हैं। उन्हें इजरायल और यूएई के बीच शांति डील कराने के लिए नामित किया गया है।