कांग्रेस आसाराम के आश्रम में हुई बच्चों की मौत पर चर्चा कराने की कर रही थी मांग
मालूम हो कि प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक विक्रम मदाम ने 2008 में आसाराम के आश्रम में हुई दो बच्चों की मौत को लेकर सवाल किया, जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप सिंह जडेजा सदन का वक्त बर्बाद करने पर चर्चा करना चाहते थे। इसके तुरंत बाद विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस विधायक यह पूछ रहे थे कि क्या सरकार मामले की जांच क लिए गठित आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश करेगी। लेकिन विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी।
भिड़ गए थे कांग्रेस और भाजपा के विधायक
गुजरात विधानसभा में बुधवार कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच किसी बात को लेकर इतनी तकरार बढ़ गई कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। सदन में ही कांग्रेस विधायक ए प्रताप दुधात और भाजपा विधायक जगदीश पंचाल आपस में भिड़ गए। कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात ने बीजेपी के जगदीश पंचाल को थप्पड़ मार दिया। व़ह इतने पर ही नहीं रुके। दुधात अपना आपा खो बैठे और उन्होंने सदन में माइक उखाड़ कर भाजपा विधायक पर हमला कर दिया। इसके जवाब में बीजेपी के विधायकों ने कांग्रेस के विधायक अमरीष डेर की पिटाई कर दी। विधानसभा में विधायकों ने एक-दूसरे पर बेल्ट से भी हमला किया। फिलहाल गुजरात में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सदन में इस हाथापाई के बाद स्पीकर ने कांग्रेस के विधायक अमरीष डेर और विक्रम माडम को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, दुर्भाग्यपूर्ण
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “यह शर्मनाक घटना है, जो गुजरात विधानसभा में कभी नहीं हुई। कांग्रेस विधायकों का दुर्व्यवहार सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है और वह विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करने जा रहे हैं कि वे इसे मीडिया को प्रदान करें और इस पर कार्रवाई करें। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष का अपमान ता किया ही, साथ ही वे सदन के भीतर हिंसा पर उतारू हो गए।
एक दिन पहले 28 कांग्रेसी विधायक हुए थे निलंबित
मालूम हो कि इस घटना से एक दिन पहले मंगलवार को कांग्रेस के विधायक अपनी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य विरजी थूमर के निलंबन के विरोध में सदन में हंगामा कर रहे थे। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने कांग्रेस के 28 विधायकों को 15 दिनों के लिए गुजरात विधानसभा से इसलिए निलंबित कर दिया गया था। बाद में कांग्रेस के मुख्य सचेतक अमित चवदा ने अपनी पार्टी के सहयोगियों की व्यवहार के लिए माफी मांगी। उनके माफी मांगने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों का निलंबन वापस ले लिया।