फेसबुक अकाउंट से हुआ खुलासा
विजिटिंग कार्ड के मुताबिक आरोपी का नाम डॉ. शक्ति भार्गव है। भार्गव ने फेसबुक अकाउंट में खुद को व्हसिल ब्लोअर बताया है। फेसबुक के एक पोस्ट से पता चला है कि उसने कानपुर में बंद मिलों के लिए भी आवाज उठाई थी। साथ ही उसने उन कर्मचारियों की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। कुछ पत्रकारों ने उनकी मां दया भार्गव से भी बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उनका भी अपने बेटे से कोई संपर्क नहीं है। हालांकि, कुछ मीडिया सूत्रों से जानकारी मिली है भार्गव पिछले काफी दिन से भाजपा दफ्तर के चक्कर लगा रहा था।
आयकर मामले में फंसे
इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आ रही है कि शक्ति भार्गव बेनामी संपत्ति और अघोषित आय के संबंध में Income Tax की जांच का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि शक्ति ने 11.5 करोड़ रुपये में 3 बंगले खरीदे थे, जिसका भुगतान उन्होंने अपने खाते से किया था। इन बंगलों के संबंध में ही 2018 मेें उन्हें सर्च ऑपरेशन का सामना करना पड़ा था। बता दें कि ये बंगले शक्ति भार्गव ने अपनी पत्नी, बच्चे और रिश्तेदार के नाम पर खरीदे थे।
साध्वी प्रज्ञा के जिक्र पर उठा था शख्स
आपको बता दें कि जीवीएल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शक्ति ने उनकी ओर जूता फेंक दिया। हालांकि, जूता जीवीएल को नहीं लगा। पेशे से डॉक्टर शक्ति ने उस वक्त जूता फेंका जब जीवीएल साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का जिक्र कर रहे थे। वहां मौजूद लोगों ने तुरंत उसे पकड़ा और बाहर ले गए। शख्स को बाद में पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर आईपी एक्सटेंशन के पुलिस स्टेशन ले जाया गया।