scriptबकरीद से पहले मवेशी बाजार में भीड़, 12,000 तक बिक रही हैं बकरियां | Sheep being sold for Rs 5,000 to Rs 12,000 in bakrid jammu kashmir | Patrika News

बकरीद से पहले मवेशी बाजार में भीड़, 12,000 तक बिक रही हैं बकरियां

locationनई दिल्लीPublished: Aug 19, 2018 02:24:09 pm

Submitted by:

Shivani Singh

बकरीद आने में तीन दिन ही बचा है। इसके मद्दे नजर कश्मीर के मवेशी बाजर में लोगों को भारी भीड़ देखी जा रही है। यहां 5,000 से लेकर 12,000 रुपए में बकरियां बिक रही हैं।

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बकरीद से पहले मवेशी बाजार में भीड़, 5,000 से लेकर 12,000 रुपए में बिक रहे हैं भेड़

नई दिल्ली। कश्मीर में ईद-उल-जुहा के मद्देनजर रविवार को मवेशी बाजार खरीदारों की भीड़ से पटा पड़ा है। बता दें कि बुधवार को ईद-उल-जुहा है। इसके मद्देनजर मवेशी बाजार में पशुओं को खरीदने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। इस दिन दुनियाभर के मुसलमानों द्वारा बकरे की कुर्बानी देने की परंपरा है, जिसे बकरीद भी कहा जाता है।

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मवेशी दुकानों पर लोगों की भीड़

घाटी के सभी कस्बों में मवेशी दुकानों पर भीड़ है लेकिन श्रीनगर का ईदगाह का मैदान सबसे बड़ा मवेशी बाजार है, जहां लोगों की भीड़ लगी हुई है। कुर्बानी के लिए जिन जानवरों का इस्तेमाल किया जाता है उनमें भेड़, बकरे शामिल हैं और कहीं-कहीं पर ऊंटों की कुर्बानी दी जाती है।

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5,000 से लेकर 12,000 रुपए भेड़ो की कीमत

बता दें कि राज्य सरकार ने इन कुर्बानी वाले जानवरों के लिए कीमत तय की है लेकिन स्थानी लोग मनमाने ढ़ग से ही जानवरों की कीमत तय करते हैं। एक भेड़ की कीमत 5,000 से लेकर 12,000 रुपए के बीच है।
वहीं, कुर्बानी के जानवरों के अलावा कश्मीरियों में बेकरी के उत्पाद भी खासे लोकप्रिय हैं।

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दुकानों पर लगी लोगों की भीड़

ईद के त्योहार पर परिवार के लिए बेकरी के सामान खरीदना घाटी में एक रिवाज बन गया है। वहीं, श्रीनगर में प्रसिद्ध बेकरी ईद पर लाखों रुपये के केक, पेस्ट्री और बिस्कुट बेचती हैं। ईद-उल-फितर के विपरीत ईद-उल-जुहा पर कसाई की दुकानों पर लोग काफी कम नजर आते हैं क्योंकि ईद-उल-जुहा पर पड़ोसी, रिश्तेदार और दोस्त घर-घर जाकर कुर्बानी का गोश्त बांटते हैं।

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