Indian Navy में मोटर ड्राइवर की निकली भर्ती, हर माह मिलेंगे 81 हजार रुपए, देखें वीडियो 14 मेगावॉट बिजली पैदा करता है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बेसिन ट्रायल पूरा कर लिया है और इसे सौंपने से पहले कई और परीक्षण किए जाएंगे। इस साल दिसंबर तक यह जहाज नौसेना को सौंप दिया जाएगा। यह निगरानी जहाज बेहद खास है। इसमें गुंबद के आकार के तीन एंटीना और सेंसर लगे हैं। यह जहाज 14 मेगावॉट बिजली पैदा करता है जिससे ट्रैकिंग रेडार को बिजली मिलती है। इस जहाज की मदद से भारत न केवल दुश्मन की मिसाइलों को ट्रैक कर सकेगा बल्कि अपने स्वदेश निर्मित मिसाइलों को भी परीक्षण के दौरान आसानी से ट्रैक कर सकेगा।
जहाज को बनाने में 725 करोड़ खर्च आया इस जहाज को बनाने में 725 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इसका वजन करीब 15 हजार टन है जो स्वदेश निर्मित जहाज में सबसे ज्यादा है। इस पूरी परियोजना को बेहद गोपनीय रखा गया था। इसका निर्माण आकाश में मंडराते दुश्मन के उपग्रह से बचाकर रखा गया। अब बन जाने के बाद कुछ महीने पहले ही इस शिप को बाहर निकाला गया है। हालांकि अभी भी इसकी खूबियों के बारे में किसी को नहीं बताया गया है।इस जहाज की तकनीक की मदद से भारत अपनी समुद्री सीमा को मजबूत करेगा। इसके साथ चीन को हिंद महासागर में कड़ी चुनौती दे सकेगा।