डिप्रेशन में थी डीएम की मृतक मंगेतर जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर स्निग्धा पिछले डेढ़ सालों से काफी तनाव में थी। दो डॉक्टर्स उनका इलाज कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोलकाता और पटना के मनोचिकित्सक से स्निग्धा का इलाज चल रहा था। घटना के दो दिन पहले ही उसने बोरिंग रोड चौराहा स्थित एक मेडिकल दुकान से दवा भी खरीदी थी। घटना के दिन पुलिस ने उसकी कार से दवाओं से भरी हुई पॉलीथिन बरामद की थी। पिछले तीन -चार महीनों से वह पटना के शास्त्रीनगर थाना इलाके के स्नेही पथ स्थित अपने घर पर ही रह रही थी। इस बाबत डीएसपी लॉ एंड आर्डर डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि स्निग्धा की मोबाइल की जांच के दौरान कुछ वाट्सएप चैट मिले हैं। इसमें उसने डॉक्टर से इस बारे में चैट की थीं। वह डिप्रेशन में थीं। उनका इलाज चल रहा था।
सोशल साइट्स से दूर रहती थी स्निग्धा पुलिस ने डॉक्टर स्निग्धा का मोबाइल भी खंगाला है। जिससे कई अहम जानकारी मिली है। पुलिस के मुताबिक, सिर्फ पढ़ाई से मतलब रखती थी। उसके दोस्तों का कहना है कि उसे हमलोग हमेशा चिढ़ाते थे कि तुम कैसी लड़की हो, चलो हम बना देते हैं एकाउंट। उसके फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी एकाउंट नहीं था। केवल वाट्सएप पर वह एक्टिव रहती थी। पुलिस को कई तस्वीरें भी मिली हैं, जिसमें वो अपने दोस्तों के साथ थीं। पुलिस उन सभी से पूछताछ कर सकती है। पिलहाल, पूरे मामले की छानबीन चल रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में कई और अहम खुलासे हो सकते हैं।