यह है पूरा मामला… वायरल वीडियो बीड जिला की है। इस वीडियो में डीएसपी भाग्यश्री नवटाके काफी आपत्तिनजक बात करते हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में वो बोल रही हैं कि मैं दलितों का हाथ पैर बांधकर उनके उपर एट्रोसिटी एक्ट का गुस्सा निकालती हूं। नवटाके मजलगांव तालुक की डीएसपी हैं। वीडियो में यह बात डीएसपी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत दर्ज मामले के आरोपी से कह रही हैं। वीडियो में महिला अधिकारी यह भी कहती सुनी जा रही हैं कि उन्होंने ऐसे 21 दलितों पर फर्जी केस किए, जो उनके थाने में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत केस दर्ज कराने गए थे। वीडियो की शुरूआत में वो कहती हैं कि उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ इंडियन पैनल कोड की धारा 307 या हत्या के प्रयास के तहत मामले भी दर्ज किए हैं ताकि उन्हें आसानी से जमानत नहीं मिल सके।
डीएसपी का सनसनीखेज बयान डीएसपी नवटाके वीडियो में यह भी कहती हुई दिख रही हैं कि उन्होंने इसी तरह के एक केस को डील किया था, जब वे पुणे शहर के नजदीक पिंपरी में तैनात थी। उन्होंने कहा कि तीन दिनों तक उन्होंने आरोपी मराठी को गिरफ्तार नहीं किया और इसके बदले में बताया कि कैसे दलित के खिलाफ वे झूठा केस दायर करे। उन्होंने आरोपी को सलाह दी थी कि आईपीसी की धारा 122 के तहत वह दलित के ऊपर केस करें क्योंकि यह बिना लाइसेंस के हथियार रखने का अपराध है। डीएसपी की यह वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।