पत्रिका.कॉम ने एक हफ्ते पहले कर दिया था खुलासा सुरक्षा एजेंसियां जिस बात को लेकर सतर्क हुईं हैं उसका ब्यौरा 9 अगस्त को Patrika.com ने दिया था। लेह के अलावा अरुणाचल और उत्तराखंड में अभी भी घुसपैठ का खतरा बना हुआ है।
भारत-चीन डोकलाम: युद्ध हुआ तो यहां-यहां से हमला कर सकता है चीन लेह में घुसपैठ के बाद अधिकारियों की मीटिंग
वहीं दूसरी ओर बुधवार को लेह में हुई घुसपैठ और पत्थरबाजी की घटना पर भारत-चीन के अधिकारियों ने चुशूल में फ्लैग मीटिंग की। इस दौरान दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव कम करने पर सहमति बनी। सूत्रों के मुताबिक जब भारत के अधिकारियों ने चीनी अधिकारियों को घुसपैठ की बात बताई तो उन्होंने उल्टा भारत पर घुसपैठ का आरोप लगा दिया। चीनी अधिकारियों ने कहा कि उनके सैनिक अपने इलाके में थे। गौरतलब है कि मंगलवार को पेंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी। इस दौरान चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी की थी। जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थी।
वहीं दूसरी ओर बुधवार को लेह में हुई घुसपैठ और पत्थरबाजी की घटना पर भारत-चीन के अधिकारियों ने चुशूल में फ्लैग मीटिंग की। इस दौरान दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव कम करने पर सहमति बनी। सूत्रों के मुताबिक जब भारत के अधिकारियों ने चीनी अधिकारियों को घुसपैठ की बात बताई तो उन्होंने उल्टा भारत पर घुसपैठ का आरोप लगा दिया। चीनी अधिकारियों ने कहा कि उनके सैनिक अपने इलाके में थे। गौरतलब है कि मंगलवार को पेंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी। इस दौरान चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी की थी। जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थी।
सीमा पर ब्लड इकट्ठा कर रहा चीन
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी सेना बॉर्डर पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर खून इकट्ठा कर रही है। इस कैंपों में इकट्ठा ब्लड को चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी तिब्बत समेत कई अलग-अलग जगहों पर भेज रही है। तिब्बत के हवाई अड्डों का भी कर सकता है इस्तेमाल जानकारों के मुताबिक युद्ध के वक्त सैनिकों को बड़ी मात्रा में खून की जरूरत पड़ती है। ऐसे में डोकलाम विवाद के बीच इस ब्लड डोनेशन कैंप ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। युद्ध की तैयारियों के मद्देनजर चीन तिब्बत के हवाई अड्डों को भी इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक युद्ध की स्थिति में चीन अपने एयरक्राफ्ट तिब्बत के हवाई अड्डों पर उतार सकता है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी सेना बॉर्डर पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर खून इकट्ठा कर रही है। इस कैंपों में इकट्ठा ब्लड को चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी तिब्बत समेत कई अलग-अलग जगहों पर भेज रही है। तिब्बत के हवाई अड्डों का भी कर सकता है इस्तेमाल जानकारों के मुताबिक युद्ध के वक्त सैनिकों को बड़ी मात्रा में खून की जरूरत पड़ती है। ऐसे में डोकलाम विवाद के बीच इस ब्लड डोनेशन कैंप ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। युद्ध की तैयारियों के मद्देनजर चीन तिब्बत के हवाई अड्डों को भी इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक युद्ध की स्थिति में चीन अपने एयरक्राफ्ट तिब्बत के हवाई अड्डों पर उतार सकता है।