भारतीय रेलगाडिय़ों के डिब्बे अब भविष्य में रंग-बिरंगे विज्ञापनों से भरे नजर आएंगे, रेलवे मंत्रालय कायापलट करने की कोशिश में जुटा
नई दिल्ली। भारतीय रेलगाडिय़ों के डिब्बे अब भविष्य में रंग-बिरंगे विज्ञापनों से भरे नजर आएंगे। रेलवे मंत्रालय भारतीय रेल डिब्बों के स्वरूप की कायापलट करने की कोशिश में जुट गया है। अब भारतीय रेलवे के डिब्बे भी मेट्रो की तर्ज पर विज्ञापनों से अटे पड़े दिखेंगे। इसके लिए रेल मंत्रालय ब्ल्यू प्रिंट तैयार करने में जुटा हुआ है।
मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में रेल मंत्री ने पिछले दिनों देशी-विदेशी दोनों विशेषज्ञों से न केवल मुलाकात की बल्कि उनके साथ मंत्रालय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए जा रहे ब्ल्यू प्रिंट को और बेहतर बनाने पर विचार-विमर्श भी किया । मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने रेलवे का राजस्व बढ़ाने के लिए यह कवायद शुरु की है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि भारतीय रेलवे को हर हाल में राजस्व घाटे से उबारना है। रेलवे की यह कोशिश मंत्री के इस बयान के बाद ही शुरु हुई है।
स्वरूप में भी परिवर्तनयही नहीं रेलवे ने अपने सालों साल से चले आ रहे स्वरुप में भी परिवर्तन करने का मन बनाया है। इसके तहत उसके शुभंकर से लेकर प्रतीक चिन्ह भी नए नजर आएंगे। इस कवायद में रेलवे केवल रंग-बिरेंगे डिब्बे ही नहीं लाएगा बल्कि स्टेशनों, प्लेटफॉर्मों से लेकर ट्रेनों व डिस्प्ले बोर्डों के रंग-रूप के नए मानक तय किए जाएंगे। इसका उद्देश्य है कि रेलवे में एकरूपता हो। इसमें रेलवे स्टेशनों, इमारतों, ट्रेनों, संकेतकों और सूचना पट्टों को एक खास रंग में रंगना शामिल है।
एकरूपता की कोशिशअधिकारियों का कहना है कि अभी रेलवे खेमों में बंटी दिखाई देती है, जिसमें हर एक जोन का अपना अलग हिसाब-किताब है। स्टेशनों, प्लेटफॉर्मों, ट्रेनों और बोगियों में लगने वाले साइन बोर्ड अलग रंग-रूप और आकार-प्रकार के हैं। कहीं इनका रंग नीला है तो कहीं पीला। इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड भी इससे अछूते नहीं है। ट्रेनों का रंग भी अलग-अलग है। कुछ ट्रेनें नीली तो कुछ मैरून कलर की हैं। जबकि कुछ को छींटदार हरे रंग में रंग दिया गया है। अब एक तरह का पैटर्न देने की कोशिश होगी, ताकि मेट्रो की तरह भारतीय रेल की छवि भी आधुनिक हो सके और उसकी जोरदार मार्केटिंग की जा सके।