जांच पड़ताल के लिए पुलिस घर आई और उन्हें एक सूटकेस में बच्चे की लाश मिली। लाश मिलने पर पुलिस ने परिवारवालों से इस बात की कड़ी पूछताछ की तो महिला ने अपना जुर्म कबूला। मृत बच्चे का नाम धु्रव है और वो गुजरात के सुरेंद्रनगर का रहने वाला है। मंगलवार दोपहर को जीनलबेन ने धु्रव की पैंट निकालकर उसी से उसका गला घोंट कर मार डाला। इसके बाद जीनलबेन परमार ने सबको शोर मचाते हुए बताया कि उसका बेटा दो घंटे से नहीं मिल रहा है।
धु्रव के इस तरह लापता हो जाने से उसके पिता शांतिलाल ने मंगलवार की शाम थाने जाकर धु्रव की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, पुलिस जब जांच के लिए शांतिलाल के घर पहुंची तो घर की सीढिय़ों के नीचे दो सूटकेस पड़े हुए पुलिस को दिखें। सूटकेस खोलने पर उसमें दुपट्टे में लिपटी एक बच्चे की लाश मिली।
जब पुलिस ने उससे सूटकेस के बारे में शक के घेरे में आएं जीनल से पूछा तो पहले तो वो इस जुर्म को स्वीकार करने से इंकार किया लेकिन पुलिस के सख्ती से पेश आने पर उसने अपना जुर्म कबूला। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
आपको बता दें कि ये शांतिलाल की दूसरी शादी थी और धु्रव उनका पहली पत्नी से हुआ बेटा था।लेबर कमिश्नरेट में शांतिलाल एक पियोन के पद पर कार्य करते हैं और सालभर पहले ही उन्होंने जीनल से दूसरी शादी की।जीनल की भी ये दूसरी शादी थी और अपने पहले पति से उसकी भी एक छह साल की बेटी थी।
शादी के बाद से ही जीनल अपनी बेटी को लेकर काफी फिक्रमंद थी। जीनल को चिन्ता केवल इस बात की थी कि शांतिलाल की सारी जायदाद धु्रव को मिल जाएं और बस इसी डर के मारे उसने धु्रव को बड़े ही बेदर्द तरीके से मौत के घाट उतार दिया।