जीएनडीयू में अगले सत्र से प्रारंभ होने वाली परीक्षाओं में अब क्लास के बाकी स्टूडेंट्स अपने सीनियर टॉपर स्टूडेंट्स की सुझाव से तैयार किए गए प्रश्नों के उत्तर हल करते हुए नज़र आएंगे। यह सीनियर टॉपर स्टूडेंट्स अपने से नीचे क्लास के बच्चों के लिए प्रश्नपत्र तैयार करेंगे। सीनियर स्टूडेंट्स के सुझाव से तैयार हुए इन पेपर्स को बोर्ड ऑफ स्टडी हरा झंडा देगी। इसके बाद सिंडिकेट के फैसले के बाद ही प्रश्नपत्र प्रिंट होगा।
जीएनडीयू के वाइस प्रिंसिपल डॉ.जसपाल सिंह संधू ने इस विषय में बताया कि ‘आने वाले समय में सिलेबस तैयार करने की यह अनोखी प्रक्रिया देश के बाकी समस्त विश्वविद्यालयों के लिए कारगर साबित होगी’। इस बारे में पहले बोर्ड ऑफ स्टडीरिपोर्ट तैयार करेगा फिर उसके बाद यह फाइल सिंडिकेट को भेजी जाएगी। अब देखने की बात ये है कि जेएनडीयू का यह कदम आने वाले समय में स्टूडेंट्स और एजूकेश्नल सिस्टम कितनी लाभप्रद साबित होती है। लेकिन अगर बात अभी का किया जाए तो जेएनडीयू का यह कदम वहां के छात्रों को कुछ राहत दिलाएगी। देश के बाकी स्टूडेंट्स को भी इसका इंतजार रहेगा।