अश्विनी कुमार केस में सुसाइड नोट बरामद घटना की जांच करने पहुंचे डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि हमें जो सुसाइड नोट मिली है, उसमें पूर्व सीबीआई निदेशक ने इस हादसे के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट में अश्विनी कुमार ने लिखा कि वह गंभीर बीमारी से जूझ रहे है, लिहाजा वह यह कदम उठा रहे हैं। इसके लिए कोई दोषी नहीं है। सुसाइड नोट में अश्विनी कुमार ने आगे लिखा कि सब खुश रहे हैं। अपनी इच्छा से वह जीवन समाप्त कर अगली यात्रा पर निकल रहे हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार शाम तकरीबन सात बजकर 10 मिनट पर अश्विनी कुमार के बेटे और बहू वॉक पर जा रहे थे। उस वक्त वह घर की छत पर थे। वॉक से जब वे लौटे तो घर का मेन दरवाजा लॉक था। उन्होंने दरवाजा तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया। वहीं, जब दूसरे कमरे की तरफ बढ़े तो उसका दरवाजा भी लॉक था। उसे भी तोड़ गया। वहीं, तीसरे कमरे की ओर जब वे बढ़े तो उसका दरवाजा खुला था और अंदर अश्विनी कुमार फंदे से झूल रहे थे। परिजनों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घटना की छानबीन शुरू कर दी गई।
DGP ने कही ये बात डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पूर्व सीबीआई निदेशक अश्विनी कुमार लोगों के लिए रॉल मॉडल हैं। देश का हर ऑफिसर उनके जैसा करियर चाहता है। गौरतलब है कि अश्विनी कुमार नागालैंड के राज्यपाल भी रह चुके हैं। यहां आपको बता दें कि इस घटना की सूचना मिलते ही कैबिनेट मंत्री सुखराम चौधरी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। उन्होंने कहा कि वह पूजा करने गए थे और पूजा स्थल पर ही सुसाइड कर लिया। गौरतलब है कि अश्विनी कुमार कई अहम पदों पर रहते हुए देश की सेवा कर चुके हैं। उनका जीवना सादगी बेहद सादगी भरा था।