कई राज्यों में दाखिल थी याचिकाएं
सलमान खान के खिलाफ दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और मुंबई में कुछ आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। ये मामले ‘वाल्मीकि’ समुदाय की तरफ से दर्ज कराए गए थे। आरोप है कि फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ के प्रमोशन के दौरान सलमान खान ने जाति विशेष के खिलाफ विवादित टिप्पणी की जिससे दलितों की भावनाएं आहत हुई। बॉलीवुड स्टार दंबग खान के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में मामले दर्ज कराए गए थे। सलमान के खिलाफ अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के तहत दंड प्रावधानों के अंतर्गत मामले भी दर्ज हुए।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया स्टे
वरिष्ठ वकील एन के कौल ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा की अदालत में इस मामले को चुनाती दी थी। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए ‘वाल्मीकि’ समुदाय की तरफ से दर्ज कराए गए सभी मामलों की सुनवाई पर रोक लगा दी है। अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज इस मामले में अब पुलिस न तो सलमान खान के खिलाफ जांच कर पाएगी और न ही वह कोई कार्रवाई कर पाएगी।
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दलितों संगठनों ने दर्ज कराया था मामला
जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने के मामले पर कई जगहों पर सलमान खान और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के प्रदर्शन हुए थे। शिल्पा और सलमान के खिलाफ दलित संगठनों ने कई पुलिस थानों में मुकदमा भी दर्ज कराया था। विवाद बढ़ने के बाद शिल्पा शेट्टी ने ट्विटर के माध्यम से पिछले साल 23 दिसंबर को माफी मांग ली थी।