सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक फायदा
आपको बता दें कि कांग्रेस ने भाजपा पर सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप लगाया है। इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने कहा, मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के नाम पर वोट पाना चाहती है जिसके लिए ‘जय जवान-जय किसान’ नारे का फायदा उठा रही है। देश की जनता जानना चाहती है कि क्या अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन की सरकार में सेना की ओर से जो कार्रवाई की गई, क्या उसके लिए दोनों प्रधानमंत्रियों ने प्रचार किया।
प्रोपेगेंडा फैला रही है सरकार कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने इस वीडियो पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर दो ट्वीट किया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि ये संयोग है कि सभी चैनल सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो को एक्सक्लूज़िव बता रहा है। ये सरकार के द्वारा प्लांटेड प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए किया गया है, जबकि दुश्मनों के खिलाफ आपकी रणनीतिक कदम हमेशा से गुुप्त रहने चाहिए। इस कदम को नीच राजनीति कहें या फिर सही पारदर्शिता?
सर्जिकल स्ट्राइक नहीं ‘फर्जिकल स्ट्राइक’ उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर तारीफ पाना चाहते हैं। तो ठीक है, ये उनका एक शानदार प्लान है। लेकिन अब आतंकी स्ट्राइक और सीजफायर के उल्लंघन पर लगाम लगाने के बारे में उनका क्या ख्याल है? इसके अलावा हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को ‘फ़र्जिकल स्ट्राइक’बताया था।
उरी अटैक का बदला गौरतलब है कि उरी आतंकी हमले के बाद 28 और 29 सितंबर को भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में तीन किमी भीतर जाकर सर्जिकल स्ट्राइक अंजाम दिया गया था। इस दौरान हमले में भारतीय सेना ने रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया था।