हालांकि अब तक जो लोग अपने पुराने नोट अपने खातों में जमा नहीं करवा सके हैं, उन्होंने 30 दिसंबर से पहले ऐसा करने की योजना बनाई है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों को बंद किए जाने की घोषणा के 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन देश के 28 फीसदी लोग अभी भी अपने पुराने नोट जमा ही नहीं कर सके हैं। एक तजा सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है। हालांकि अब तक जो लोग अपने पुराने नोट अपने खातों में जमा नहीं करवा सके हैं, उन्होंने 30 दिसंबर से पहले ऐसा करने की योजना बनाई है।
सामुदायिक प्लेटफार्म लोकलसर्किल्स ने यह सर्वेक्षण करवाया। देश के 150 शहरों में यह सर्वेक्षण किया गया, जिसमें 8,000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। करीब 28 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने अब तक पुराने नोट जमा नहीं किए हैं, जबकि 60 फीसदी लोगों ने कहा कि वे नोट जमा कर चुके हैं।
करीब आठ फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें पुराने नोट जमा करने की जरूरत नहीं है या वे जमा नहीं करना चाहते। जबकि चार फीसदी लोगों ने कहा कि वे पुराने नोटों का इस्तेमाल वहां कर रहे हैं जहां अभी भी इसे स्वीकार किया जा रहा है।
लाइन में खडे व्यक्ति की संदिग्ध हालत में मृत्यु
हमीरपुर। उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के सुमेरपुर क्षेत्र में मंगलवार को बैंक के बाहर लाइन में खड़े एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितयों में मृत्यु हो गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार टेढा गांव स्थित इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक में टेढ़ा गांव निवासी घसीटा (55) अपने खाते से पैसा निकालने के लिए भतीजे राजेश के साथ लाइन में खड़ा था। लाइन में खड़े घसीटा के सीने में अचानक दर्द हुआ और वह गिर गया जिससे उसकी मृत्यु हो गई।
उन्होंने बताया कि बैंक में लाइन में लगे अन्य सभी लोग उग्र हो गए और बैंककर्मियों को बुरा भला कहते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस एव प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। इस बीच घसीटा के परिवारीजनों का कहना है कि वह अपने खाते में रुपए जमा करने गया था, लेकिन भीड़ देखकर बैंक प्रबंधक ने उससे अभद्र व्यवहार किया जिससे हृदयगति रुकने से उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।