काला धन मामले में नया खुलासा, स्विटजरलैंड ने कहा, उससे इंदौर की टैक्सटाइल फर्म नियो कॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड की जानकारी मांगी गई
नई दिल्ली। स्विस बैंकों में जमा काले धन को लेकर मंगलवार को नया खुलासा हुआ है। स्विटजरलैंड ने कहा है कि उससे इंदौर की टैक्सटाइल फर्म नियो कॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड को लेकर जानकारी मांगी गई है। नियो कॉर्प ने अपनी शुरुआत 1985 में छोटे वोवन सैक मेकर बनाने के साथ की थी और आज वो एक मल्टीनेशनल टेक्सटाइल ग्रुप है। इससे पहले फरवरी में टैक्स चोरी के मामले में नियो कॉर्प के अलग-अलग परिसरों में इनकम टैक्स के छापे पड़े थे।
स्विटजरलैंड के साथ प्रशासनिक सहायता और सूचना के आदान-प्रदान को लेकर द्विपक्षीय संधि के तहत भारत ने कई लोगों और कंपनियों के खातों की जानकारी मांगी है, जिनका पैसा स्विस बैंकों में जमा है। वहीं नियो कॉर्प काला धन मामले में भारतीय नामों के खुलासों की सीरीज में लेटेस्ट एंट्री है। आपको बता दें कि अभी तक करीब 12 लोगों के नामों का खुलासा किया जा चुका है और स्विस ऑथोरिटी के पास अभी कई अन्य आवेदन भी पेंडिग पड़े हैं।
लोकल कानून के मुताबिक स्विस फेडरेल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन के तहत मंगलवार को जारी की गई अधिसूचना में नियो कॉर्प को एडमिनिस्ट्रेटिव अस्सिटेंस के खिलाफ अपील करने के लिए 30 दिनों का समय है।