रूस में मिले थे नवाज-मोदी
रूस के उफा में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच वार्ता हुई थी। वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कश्मीर मसले पर चर्चा का जिक्र नहीं था। जब सरताज अजीज से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान ने इन मामलों को बैक चैनल यानि ट्रैक-2 मैकेनिज्म में उठाने चर्चा की थी ताकि बेहतर समझ विकसित हो सके।
दिल्ली में होगी पहली बातचीत
हालांकि यह नहीं पता कि भारत इसे कैसे देखता है। सूत्रों का कहना है कि बैक चैनल से वार्ता की कोई योजना नहीं है जैसा कि अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के राज में था। यह सरकार आमने-सामने की वार्ता में विश्वास रखती है। पहली वार्ता आने वाले सप्ताह में नई दिल्ली में होगी। इसके बाद भविष्य में होने वाले इंटरेक्शंस पर फैसला होगा।
ट्रैक-2 और बैक चैनल में है अंतर
ट्रैक-2 वार्ता और एक बैक चैनल वन में काफी अंतर है। ट्रैक-2 संवाद दोनों देशों की सिविल सोसायटी और थिंक टैंक्स के बीच विश्वास बहाली के लिए मिनी इंडस्ट्री है। इन समूहों में पूर्व जासूस,राजनयिक,वरिष्ठ पत्रकार और रिटायर्ड जनरल्स शामिल है। ये समूह सामान्य भारतीय और पाकिस्तानियों को बीच व्यक्तिगत मिलनसारिता स्थापित करने का श्रेष्ठ उदाहरण है।
वहीं बैकचैनल वार्ता निश्चित लक्ष्य के लिए की जाती है जिसे सरकार की मंजूरी प्राप्त होती है। कश्मीर मसले के संभावित हल को लेकर 2004 से 2007 के बीच दोनों देशों में कई दौर की वार्ताएं हुई थी।