तेज प्रताप की बिगड़ी तबीयत जानकारी के मुताबिक, वृन्दावन के लोगों और पुजारियों ने तेज प्रताप को बताया कि कार्तिक महीने में जो कोई भी गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करता है उसकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसी कारण तेज प्रताप ने गोवर्धन की परिक्रमा शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने कुछ भी खाया-पीया नहीं। वो खाली पेट ही परिक्रमा करते रहे। ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर वे साढ़े पांच घंटे नंगे पैर चले। धर्म निरपेक्ष सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिनंदन यादव और यदुवंशी सेना के प्रमुख लवकुश यादव समेत कुछ करीबी मित्रों की टोली उनके साथ थे। यात्रा के दौरान तेज प्रताप भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में इतने तल्लीन हो गए कि रास्ते में कुछ खाया-पिया भी नहीं। श्याम कुंड और राधा कुंड में स्नान करके शाम करीब सात बजे से यात्रा की शुरुआत हुई जो देर रात करीब एक बजे के बाद खत्म हुई। वापसी में भी तेज प्रताप और उनके मित्रों ने श्याम कुंड और राधा कुंड में स्नान किया। उसके बाद ही वे आश्रम लौटे। इस कारण उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, पैर में सूजन है और बुखार भी आ गई है। अब उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है।
फिर निकलेंगे यात्रा पर बताया जा रहा है कि अगर सेहत ने साथ दिया तो वे चार में से किसी एक धाम की यात्रा पर निकल सकते हैं। तेज प्रताप ने वृन्दावन में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा स्थापित चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम की यात्रा पूरी कर ली है। अभी तीन धामों की यात्रा शेष है। तेज प्रताप के तेवर को देखकर माना जा रहा है कि जब तक वे सभी धामों की यात्रा पूरी नही कर लेंगे, तबतक पटना लौटने के बारे में सोचेंगे भी नही। गौरतलब है कि घर नहीं लौटने के कारण पत्नी ऐश्वर्या राय तेज प्रताप से मिलने के लिए वृंदावन जा सकती हैं।