तेलंगाना में शाह की हुंकारः किसी भी दल से समझौता नहीं करेगी भाजपा, ‘रुकी प्रगति’ के खिलाफ होगी लड़ाई
80 फीसदी युवाओं ने दी परीक्षा
आपको बता दें कि तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष घंटा चक्रपाणि ने यह स्वीकार किया है कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आना अपने आप में अभूतपूर्व है। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि तेलंगाना या फिर समूचे दक्षिण भारत में कभी भी किसी जुनियर लेवल पद के लिए तरह से हाई क्वालिफाइड युवाों ने आवेदन किया हो। बता दें कि बीते रविवार को ग्राम राजस्व अधिकारी (वीआरओ) पद के लिए अर्ज़ी देने वाले 10.58 लाख युवाओं में से लगभग 80 फीसदी ने परीक्षा दी। जिसमें ये बात सामने आई है।
कितने पीएचडी कितने एमफिल
आपको बता दें कि तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग के पास एक अनूठा सॉफ्टवेयर है, जो कि वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) कहलाता है। इसके माध्यम से आवेदकों का विश्लेषण कर डेटा तैयार किया जाता है। इस नए डेटा से पता चला है कि ग्राम राजस्व अधिकारी (वीआरओ) पद के लिए अर्ज़ी देने वाले 10.58 लाख युवाओं में से 372 पीएचडी, 539 एमफिल, 1.5 लाख पोस्ट ग्रेजुएट और चार लाख से ज्यादा ग्रेजुएट शामिल हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि चार लाख ग्रेजुएट आवेदकों में से 2 लाख इंजीनियर हैं।