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भारत में कोरोना के खिलाफ जंग जीत रहे ये राज्य, रिकवरी रेट बढ़कर हुआ 39.6%

locationनई दिल्लीPublished: May 20, 2020 11:16:17 am

यूपी, एपी, राजस्थान और तेलंगाना में सुधार सबसे ज्यादा
पंजाब और हरियाणा में रिकवरी रेट 70% से ज्यादा
महाराष्ट्र की हालत सबसे ज्यादा खराब

recovery rate
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस ( coronavirus ) संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी जारी है। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा सभी स्तरों पर उठाए कदमों के बावजूद अभी तक कोरोना वायरस नियंत्रण से बाहर है। इस बीच राहत की बात ये है कि भारत का रिकवरी रेट ( Recovery rate ) लगातार बढ़ रहा है। पिछले 20 दिनों में यह दर 25% से बढ़कर 39.6% हो गया है।
मई के शुरुआती दिनों में भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि के साथ रिकवरी रेट 25 पर्सेंट के करीब था। आईसीएमआर ( ICMR ) की रिपोर्ट मुताबिक भारत में ताजा रिकवरी रेट 39.6% है। कोरोना से जंग जीतने की इस दर को एक शुभ संकेत माना जा रहा है। नंबर्स के हिसाब से देखें तो बुधवार सुबह आठ बजे तक कोरोना संक्रमित मामले 61,149 थे। जबकि इलाज से ठीक होने के बाद 42, 297 अपने घर लौट चुके हैं। वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या 3303 है।
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बेहतर रिजल्ट देने वाले राज्य

कोरोना मरीजों की ठीक होने की दर उत्तंर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में सबसे बेहतर है। इर राज्यों में रिकवरी रेट 58% से 63% के बीच है। पंजाब और हरियाणा में रिकवरी रेट 70% से ज्यादा है। भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिल्ली, गुजरात और एमपी से भी समझा जा सकता है। ये वे राज्य हैं जहां कोविद-19 ( Covid-19 ) मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है। यहां पर भी रिकवरी रेट 40% से ज्यादा है।
जहां तक देशभर में कोरोना की स्थिति की बात है तो 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट 40% से ज्यादा है। 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में यह आंकड़ा 50% या उससे ज्यादा है। 50% से ज्यादा के रिकवरी रेट का सीधा मतलब ये है कि वहां कोरोना के इन्फे्क्शंहस कम सामने आ रहे हैं।
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महाराष्ट्र में हालत खराब

इस मामले में महाराष्ट्र की हालत सबसे ज्यादा खराब है। महाराष्ट्र में 35 हजार में से ज्या‍दा मामले हैं और वहां का रिकवरी रेट 24% है। महाराष्ट्र में 2,000 से ज्यादा मरीज रोज आ रहे हैं। जानकारों के मुताबिक गुजरात और महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा है। महाराष्ट्र और गुजरात में प्रति 10 लाख आबादी पर डेथ रेट भी ज्यादा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सोमवार तक दुनिया भर में कोरोना वायरस के 45,25,497 सामने आए हैं। संक्रमण की दर प्रति एक लाख आबादी पर 60 लोगों की है। जबकि भारत में अब तक प्रति एक लाख आबादी पर कोविड-19 से मौत के करीब 0.2 मामले आए हैं। जबकि दुनिया का आंकड़ा 4.1 मृत्यु प्रति लाख का है।
भारत में कोरोना ग्रोथ रेट 5.1%

हेल्थ मिनिस्ट्री की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के 25 हजार मामले होने में 86 दिन लगा था। अगले 11 दिन में केसेज डबल होकर 50 हजार तक पहुंच गए। उसके अगले हफ्ते में मामलों की संख्या 75 हजार पार हो गई। 75 हजार से एक लाख तक पहुंचने में भारत को सिर्फ 5 दिन लगे। आंकड़े देखें तो 100 से एक लाख केसेज तक पहुंचने में 62 दिन का वक्ता लगा। एक लाख केसेज पर भारत का ग्रोथ रेट 5.1 है जो कि दुनिया में नीचे से चौथे पायदान पर है।

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