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ISRO ने रचा इतिहास, PSLV-C43 से स्वदेशी हाइसइस समेत 8 देशों के 30 सैटेलाइट्स हुए लॉन्च

locationनई दिल्लीPublished: Nov 29, 2018 11:20:29 am

Submitted by:

Saif Ur Rehman

इसरो ने आज PSLV-C43 को लॉन्च कर दिया। साथ ही अमरीका की 23 सैटेलाइट्स समेत 8 देशों की 30 सैटेलाइट्स का भी प्रक्षेपण हुआ।

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इतिहास रचते हुए इसरो आज लॉन्च करेगा PSLV-C43, 8 देशों के 30 सैटेलाइट्स भी होंगे प्रक्षेपित

नई दिल्ली। भारत की अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। इसरो ने आज पोलर सैटेलाइट लांच व्हिकल (पीएसएलवी) सी 43 से भारतीय हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट (एचवाईएसआईएस) का प्रक्षेपण किया, साथ ही आठ देशों के 30 अन्य सैटेलाइट्स को भी लॉन्च किया गया। लॉन्चिंग आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गुरुवार की सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर की गई। बुधवार को प्रक्षेपण का काउंटडाउन शुरू हो गया था।
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इसरो ने जानकारी दी है कि पीएसएलवी-सी 43, ISRO की 45वीं उड़ान है। HysIS इस मिशन का प्राथमिक सैटेलाइट है। इस का पहला मकसद है जमीन की सतह के साथ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पैक्ट्रम में इंफ्रारेड और शॉर्ट वेव इंफ्रारेड क्षेत्रों का अध्ययन करना है। इसरो ने कहा कि यह सैटेलाइट सूर्य की कक्षा में 97.957 डिग्री के झुकाव के साथ स्थापित किया जाएगा।
23 सैटेलाइट अमरीका की
आज जिन 8 देशों के 30 सैटेलाइट्स भेजे जा रहे हैं, उनमें 23 सैटेलाइट अमरीका की जबकि आस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन की एक-एक सैटेलाइट शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इस माह यह इसरो का दूसरा लॉन्च है। इससे पहले 14 नवंबर को एजेंसी ने अपना हालिया संचार सैटेलाइट जीसैट-29 छोड़ा था।
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ISRO का तीसरा सबसे लंबा मिशन
यह इसरो का तीसरा सबसे लंबा मिशन बताया जा रहा है। मिशन 113 मिनट में समाप्त होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रॉकेट के चौथे चरण के इंजन को पुन: आरंभ कर उपग्रहों को दो कक्षाओं में स्थापित किया जाएगा। PSLV-C43 के प्रक्षेपण होने के बाद करीब 17 मिनट के बाद सबसे पहले पोलर सन सिंक्रोनस कक्षा में एचवीआईएसआईएस को उतारेगा। इसके पश्चात, प्रक्षेपण के एक घंटे बाद दो इंजन दोबारा शुरू होंगे और फिर 47 मिनट के बाद सभी उपग्रहों को निचली कक्षा में रखेंगे जाएंगे।

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