सरकार के रूख पर कांग्रेस की नजर
राज्यसभा में अपनी रणनीति को लेकर कांग्रेस खुलकर कहने से परहेज कह रही है। यह पार्टी सरकार के रूख पर नजर रख रही है। पार्टी के सूत्र यह जरूर कह रहे है कि अगर सरकार ने हमारे संशोधन नहीं माने तो हम बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने पर जोर देंगे। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और सांसद सुष्मिता देव ने कहा है कि सरकार को बिल में बदलावा करना चाहिए। मौजूदा स्वरूप से मुश्किलें और बढ़ सकती है।
कई दल संशोधन पर अड़े
राज्यसभा में माकपा, भाकपा, एसपी, बीजेडी, एआईडीएमके और द्रमुक बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग की है। सपा रामगोपाल यादव ने कहा है कि वो बिल को लेकर राज्यसभा में संशोधन पेश करेगी और वो बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के पक्ष में है। भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि बिल में कई विवादित प्रावधान है। इसलिए बिल को सेलेक्ट में भेजा जाएं।
245 सदस्यीय राज्यसभा में सत्तारूढ़ एनडीए के 88 सांसद (बीजेपी के 57 सांसद समेत) है। कांग्रेस के 57, सपा के 18, बीजेडी के 8 सांसद, एआईडीएमके के 13, तृणमूल कांग्रेस के 12 और एनसीपी के 5 सांसद हैं। ऐसी स्थिति में सरकार को भी विपक्ष के सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।