युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश राज्य प्रशासन के अधिकारियों ने बताया है कि बाढ़ से बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए राहत दल को युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक अगर और बारिश नहीं होती है तो 24 घंटे के अंदर स्थिति को नियंत्रित कर लिया जाएगा। अभी तक आठ राहत शिविरों में 350 से ज्यादा लोगों पहुंचाया गया है।
एक साल पहले हजारों लोगों को होना पड़ा था बेघर बता दें कि जून, 2018 में भी त्रिपुरा में भीषण बाढ़ की वजह से हजारों की संख्या में लोगों को बेघर होना पड़ा था। एक साल पहले बाढ़ में फंसे लोगों को राहत दिलाने के लिए 189 राहत शिविरों में 40 हजार से ज्यादा लोगों को ठहराया गया था। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने उनाकोटी जिले के बुरी तरह प्रभावित सबडिवीजन कैलाशहर और कुमारघाट का दौरा कर स्थिति का जायजा लेने के बाद लोगों को सहायता मुहैया कराने का काम किया था।