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ट्विटर पर भी लग रहे हैं डेटा लीक के आरोप, यूजर्स हुए बेचैन

locationनई दिल्लीPublished: Apr 30, 2018 07:30:27 pm

Submitted by:

Saif Ur Rehman

अलेक्जेंडर कोगन ने ही 2015 में माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर से डेटा खरीदा था।

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नई दिल्ली : फेसबुक के बाद अब ट्विटर भी कैम्ब्रिज एनालिटका डेटा लीक विवाद में घिरता नजर आ रहा है। ट्विटर पर भी डेका लीक के आरोप लग रहे हैं। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि ट्विटर ने भी ब्रिटिश राजनीतिक परामर्श फर्म कैम्ब्रिज एनालिटका (CA) के रिसर्चर को डेटा बेचा था। यहां आप को बता दें कि फेसबुक यूजर्स का डेटा ‘दिस इज योर डिजिटल लाइफ’ नाम के क्विज ऐप की मदद से इकट्ठा किया गया था, जिसे अलेक्जेंडर कोगन ने बनाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलेक्जेंडर कोगन ने कैम्ब्रिज एनालिटका के लिए टूल्स बनाए थे। जिससे CA के लिए मनोवैज्ञानिक तरीके से प्रोफाइल और मतदाता को टारगेट करना आसान हो सका। बताया जा रहा है कि डेटा लीक का पूरा मामला दुनिया के सामने आने से कोगन ने ही 2015 में माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर से डेटा खरीदा था।
ट्विटर ने दी सफाई

कोगन ने ट्विटर का डेटा लेने के लिए जीएसआर (ग्लोबल साइंस रिसर्च) नाम की एक कमर्शियल फर्म भी बनाई थी।
GSR बनाने के बाद कोगन को ट्विटर डेटा तक ऐक्सेस करने की अनुमति मिल गई। कोगन ने अपने GSR के जरिए दिसंबर 2014 और अप्रैल 2015 के बीच ट्विटर से ट्विट्स, यूजरनेम्स, फोटोज, प्रोफाइल पिक्चर्स और लोकेशन डेटा खरीदा। इस मामले में ट्विटर ने सफाई पेश करते हुए कहा कि कैम्ब्रिज एनालिटिका और जीएसआर जैसी कंपनियों का विज्ञापन भी ट्विटर से बंद कर दिया गया है। ट्विटर के एक प्रवक्ता ने अनुसार कोई डेटा चोरी नहीं हुआ है और ना ही डेटा बेचा गया है, हालांकि कितने यूजर्स के डेटा को एक्सेस किया गया है अभी यह आंकड़ा सामने नहीं आया है। ट्विटर डेटा लीक की खबर के बाद यूजर्स तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं
https://twitter.com/hashtag/deletetwitter?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
https://twitter.com/hashtag/data?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
डेटा लीक मामले में फंस चुका है फेसबुक
डेटा लीक मामले में फेसबुक भी घिर चुका है। कैम्ब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक के 8 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डेटा चुराया है।
जुटाए गए इस डेटा का इस्तेमाल अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया था। इसके बाद फेसबुक
के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने सीनेट के आगे पेश होकर माफी मागंते हुए कहा था कि वो जल्द ही डेटा में सेंधमारी रोकने के
लिए कड़े कदम उठाएंगे। फेसबुक द्वारा अपने प्रयोगकर्ताओं की गोपनीयता को सुरक्षित रखने में नाकाम रहने के बाद सोशल मीडिया कंपनियां गहन जांच के घेरे में हैं।

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