scriptऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ेंगे ये दो भारतीय शिक्षक | Two Indian teachers to study in Oxford University | Patrika News

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ेंगे ये दो भारतीय शिक्षक

locationनई दिल्लीPublished: Apr 11, 2018 07:20:35 pm

Submitted by:

mangal yadav

भारत के दो शिक्षकों को इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका मिला है। मनोज और नंदनी यहां पर क्रैश कोर्स करेंगे।

Oxford

नई दिल्लीः विश्व की प्रसिद्ध ‘ऑक्सफोर्ड’ यूनिवर्सिटी में भारत के दो अध्यापकों को पढ़ने का मौका मिला है। ये दोनों शिक्षक ऑक्सफोर्ड से शार्ट टर्म कोर्स यानी क्रैश कोर्स करेंगे। मुंबई के ओबरॉय इंटरनेशनल स्कूल की टीचर नंदनी शाह को इस यूनिवर्सिटी पढ़ने का सौभाग्य मिला है। इसके अलावा कोच्चि के रहने वाले मनोज पिल्लई भी यहां से दो हफ्ते का कोर्स करेंगे। मनोज पिल्लई को यह मौका सेंटा (सेंटर फॉर टीचर एक्रीडिएशन) टीचिंग प्रोफेशनल्स ओलंपियाड जीतने के बाद यह मिला है।

यूनिवर्सिटी के सबसे पुराने कॉलेज में करेंगे पढ़ाई
नंदनी शाह और मनोज पिल्लई ‘ऑक्सफोर्ड’ यूनिवर्सिटी के सबसे पुराने कॉलेज वोरसेस्टर में पढ़ाई करेंगे। ये दोनों ‘ऑक्सफोर्ड इंग्लिश लैंग्वेज टीचर्स एकेडमी मास्टर क्लास’ में बैठेंगे। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारत के इन दोनों होनहार शिक्षकों को उनकी प्रतिभा निखारने का मौका दिया गया है। इसके अलावा टीचिंग प्रोफेशनल्स ओलंपियाड में तीसरे से छठी रैंक पाने वाले प्रतिभागियों को ऑनलाइन प्रोग्राम का हिस्सा बनाया जाएगा। जबकि सातवीं से सोलहवीं रैंक पाने वाले प्रतिभागियों को ओयूपी के ऑनलाइन टीचर ट्रेनिंग कोर्स करने का मौका दिया जाएगा। सेंटा के संस्थापक राम्या वेंकटरमन के अनुसार इसका मकसद अध्यापकों की प्रतिभा को निखार कर उन्हें सम्मानित करना है।

पढ़ाने की तकनीक का दिया जाएगा ज्ञान
ऑक्सफोर्ड इंग्लिश लैंग्वेज टीचर्स एकेडमी मास्टर क्लास में इन अध्यापकों को पढ़ाने की तकनीक का ज्ञान दिया जाएगा। इसके साथ ही इन शिक्षकों को भाषा की कुशलता को भी विकसित करने की जानकारी दी जाएगी। उधर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका मिलने पर नंदनी शाह और मनोज पिल्लई ने खुशी का इजहार किया है।

इंग्लैंड में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालय में शुमार ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी इंग्लैंड में है। इससे 39 कॉलेज संबद्ध हैं, जिनमें काफी बड़ी संख्या में स्नातक और परास्नातक विषयों की पढाई कराई जाती हैं। इस यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक चौथाई छात्र विदेशी होते हैं।

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