उन्होंने कहा कि मेट्रो में इतना काम होता है लेकिन उसकी धूल का सामना लोगों को नहीं करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 2006 के बाद दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा है और 2014 तक प्रदूषण को लेकर कोई काम ही नहीं हुआ था।
जावड़ेकर ने कहा, मेरी सलाह है कि दिवाली पर लोग पटाखे ना जलाएं। उन्होंने कहा कि बच्चे खुद अपने माता-पिता को सलाह देंगे कि वह पटाखें ना खरीदें। बीजेपी को चुनाव से पहले लगा बड़ा झटका, इस राज्य में खिसक सकती है जमीन
अगर उन्हें पटाखें जलाने है तो ग्रीन पटाखें जलाएं जो हाल ही में मंत्री हर्षवर्धन ने जारी किए थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्यावरण को लेकर क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीएस6-वाहन अप्रैल 2020 में दिल्ली में आने वाले हैं। बीएस 6 पेट्रोल/डीजल पहले से ही दिल्ली/एनसीआर में उपलब्ध है। इससे वाहनों से वायु प्रदूषण में भारी कमी आएगी।
उन्होंने कहा कि 2006 से दिल्ली में हवा की गुणवत्ता तेजी से बिगड़ रही है। लेकिन 2014 तक न तो इस बारे में बात की गई थी और न ही इसे सुधारने के लिए काम किया गया।
उन्होंने कहा कि हवा में प्रदूषण पर सरकार की नजर है और प्रदूषण कम करने के लिए सरकार ने कई फैसले लिए है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोनिक वाहनों से प्रदूषण कम होगा और बीएस ६ वाहनों से प्रदूषण कम होगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषणा की वजह पराली जलाने से भी होती थी। अब इस दिशा में भी काम हो रहा है और अब पराली के टुकड़े-टुकड़े करके उसका उपयोग खाद के रूप में किया जाएगा।