नफरत फैलानी वाली घटनाओं में यूपी ने किया टॉप
जैसा कि पिछले कई दिनों में देखने को मिला है कि देश के अंदर मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं सामने आई हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में साल 2018 के पहले 6 महीनों में 100 हेट क्राइम दर्ज किए गए जिसमें से अधिकतर समाज के दबे-पिछड़े और अल्पसंख्यकों के खिलाफ थे। इनमें यूपी के अंदर 18 घटनाएं घटी हैं, जबकि गुजरात में 13, राजस्थान में 8, तमिलनाडु और बिहार में 7-7 घटनाएं हुई हैं।
दलित और मुस्लिमों को बनाया गया निशाना
एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया की यह रिपोर्ट साल 2018 के शुरुआती 6 महीनों की है। इसके मुताबिक, देश भर में अब तक दलितों के खिलाफ ऐसे 67 और मुस्लिमों के खिलाफ 22 मामले सामने आए हैं। एमनेस्टी द्वारा रिकॉर्ड किए इन अपराधों में सबसे ज्यादा मामले गाय (गोकशी का शक) से जुड़ी हिंसा और ऑनर किलिंग से जुड़े हैं। उत्तर प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा इन घटनाओं के लिए ज्यादा संवेदनशील है।
पिछले 2 महीनों में मॉब लिंचिंग में गई 20 की जान
मानव अधिकारों की रक्षा से जुड़े इस संगठन ने देश में घट रही नफरत फैलाने वाली घटनाओं का एक डाटा तैयार किया है। यूपी में इन घटनाओं की शुरुआत दादरी में हुई मोहम्मद अखलाख की हत्या के बाद से शुरू हुई थी। सितंबर 2015 में दादरी में रहने वाले मोहम्मद अखलाख की स्थानीय लोगों की भीड़ ने घर में बीफ रखने के शक में पीट-पीट हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से देश भर में हेट क्राइम (नफरत की आग में अपराध) के 603 मामले सामने आ चुके हैं। एमनेस्टी ने अपनी वेबसाइट ‘हॉल्ट द हेट’ पर इन मामलों को दर्ज किया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले दो महीनों में देशभर में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में 20 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
हापुड़ में मोहम्मद कासिम की हुई थी हत्या
हाल ही में उत्तरप्रदेश के हापुड़ में मॉब लिंचिंग की घटना ने सभी को दहशत में ला दिया था, जहां मोहम्मद कासिम नाम के स्थानीय शख्स को भीड़ ने गोकशी के शक पीट-पीटकर मार दिया था। इस मामले में बाल-बाल बचे एक अन्य शख्स समयद्दीन को पुलिस से इस बात के लिए भी लड़ना पड़ा, जब पुलिस इसे गोकशी के शक में लिंचिंग का मामला न मानकर रोडरेज का झगड़ा बताने की कोशिश कर रही थी।