scriptपूर्व पीएम ने कश्मीर पर दिया था ‘अटल फॉर्मूला’, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चुना वही रास्ता | vajpayee give atal formula on kashmir, pm modi follow that | Patrika News

पूर्व पीएम ने कश्मीर पर दिया था ‘अटल फॉर्मूला’, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चुना वही रास्ता

locationनई दिल्लीPublished: Aug 16, 2018 12:05:29 pm

कश्मीर की अनसुलझी पहेली पर पूर्व पीएम वाजपेयी ने दिया ये अटल फॉर्मूला। अब पीएम मोदी भी उसी रास्ते का कर रहे अनुसरण।

aiims

पूर्व पीएम ने कश्मीर पर दिया था ‘अटल फॉर्मूला’, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चुना वही रास्ता

नई दिल्ली। हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच लड़ाई का बड़ा कारण है कश्मीर…इसी कश्मीर पर पूर्व पीएम ने एक अटल फॉर्मूला दिया था। खास बात यह है कि इस फॉर्मूले का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लालकिले की प्राचीर से किया। दरअसल पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौक पर ऐतिहासिक लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर को लेकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने हमे रास्ता दिखाया है। उसी रास्ते पर हमें चलना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले से राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी के कश्मीर फॉर्मूला का जिक्र करते हुए कहा वाजपेयी जी ने हमें रास्ता दिखाया है और वही रास्ता सही है। उसी रास्ते पर हम चलना चाहते हैं।
ये दिया था फॉर्मूला
वाजपेयी जी ने कहा था, ‘इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत’. इन तीन मुख्य मुद्दों को लेकर हम कश्मीर के विकास के लिए काम करना चाहते हैं। चाहे लद्दाख हो, जम्मू हो या श्रीनगर घाटी हो। हम पूरे जम्मू-कश्मीर में समान विकास चाहते हैं। हम जम्मू-कश्मीर के जन-जन को गले लगाकर चलें, इसी भाव के साथ हम आगे बढ़ना चाहते हैं। हम गोली और गाली के रास्ते पर नहीं, गले लगाकर के मेरे कश्मीर के देशभक्ति के साथ जीने वाले लोगों के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।
जब भी कश्मीर की बात आती है तो कश्मीर के ज्यादातर नेता वाजपेयी की ही कश्मीर नीति की चर्चा करते हैं। कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला से लेकर महबूबा मुफ्ती तक मोदी सरकार को ‘अटल फॉर्मूले’ को अपनाने की सलाह देते रहे हैं। कश्मीर में जब भी तनाव बढ़ता है तो वहां के लोग वाजपेयी के ‘कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत’ फॉर्मूले को याद करते हैं।
वाजपेयी को कश्मीर को शांत रखने का नुस्खा पता था। ये फॉर्मूला भी उसी का उदाहरण है। कश्मीर पर सरहद पार से तनाव फैलाने वाले पाकिस्तान से बातचीत, कश्मीरियों से बातचीत. वाजयेपी जब तक प्रधानमंत्री रहे तब तक वो हमेशा पाकिस्तान के साथ इसकी पहल करते रहे। नवाज शरीफ हो या परवेज मुशर्रफ, वाजपेयी ने हमेशा पाकिस्तान के साथ चर्चा जारी रखी, ताकि घाटी में शांति बरकरार रह सके।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो