विहिप के महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि किसी स्थिति में संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक नहीं लाया गया तो अगली ‘धर्म संसद’ में आगे के कदम पर फैसला होगा। इसका आयोजन अगले साल 31 जनवरी और एक फरवरी को महाकुंभ के इतर इलाहाबाद में होगा।
आपको बात दें कि राम मंदिर निर्माण को लेकर लगातार कई बयान सामने आ रहे हैं। योग गुरु बाबा रामदेव भी कह चुके हैं राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो देश में विद्रोह शुरू हो जाएगा। वहीं भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी पार्टी को चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि अगर राम मंदिर नहीं बना तो सरकार को गिरा दिया जाएगा।
उधर…सरकार पहले ही मान कर चल रही है कि उसे इस बार भी लोकसभा चुनाव राम मंदिर मुद्दे पर ही लड़ना होगा। ऐसे में सरकार पहले भी अध्यादेश जारी कर चुकी है कि इस बार संसद के शीत सत्र में सभी सांसद मौजूद रहें।