बीते वर्ष से बड़ा होगा इस बार का आयोजन
मुखर्जी ने बताया, ‘पिछले वर्ष, हमने इस मौके पर बड़े पैमाने पर आयोजन किया था। इस वर्ष हम उससे भी बड़ा आयोजन करेंगे।’ मुखर्जी ने कहा कि पिछले वर्ष लगभग 40 लाख लोगों ने इस उत्सव में भाग लिया था और इसबार इस संख्या में भी इजाफा होने की उम्मीद है। वहीं, मुख्य क्षेत्रों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि संगठन को उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर में 1.5 लाख से दो लाख लोगों के इकट्ठा होने की संभावना है।
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जुलूस का चुनाव से नहीं है संबंध
आपको बता दें कि इस्लामपुर रायगंज संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनाव में इसबार अपराजेय ताकत दिखाने की पूरी कोशिश कर रही है। रायगंज में रामनवमी उत्सव के चार दिन बाद 18 अप्रैल को मतदान होने वाले हैं। हालांकि, मुखर्जी ने इस्लामपुर में चुनाव और जुलूस के बीच किसी तरह के संबंध से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि, ‘हम एक हिंदुत्व संगठन हैं। हमारा उद्देश्य हिंदू समाज को एकजुट कर मजबूती देना है। इस आयोजन के पीछे हमारा कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है। हम राजनीति में संलिप्त नहीं होते हैं।’
हथियार के सवाल पर जवाब
वहीं जुलूस में हथियार साथ रखने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘पहली बार जुलूस निकाले जाने वाले कई क्षेत्रों में कोई भी अपने पास हथियार नहीं रखेगा। लेकिन पुरुलिया, मिदनापुर और खड़गपुर जैसे क्षेत्रों में, पारंपरिक हथियारों को रखने की परंपरा है। इसलिए, प्रतिभागी अपने पास हथियार रख सकते हैं।’